CM Helpline Pendency: भोपाल कलेक्टर की सख्ती का दिखा असर, अफसरों ने एक दिन में निपटाई  600 से ज्यादा शिकायतें

भोपाल की रैकिंग सुधारने देर रात एक बजे तक कलेक्टर ने ली अफसरों की क्लास

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CM Helpline Pendency: भोपाल कलेक्टर की सख्ती का दिखा असर, अफसरों ने एक दिन में निपटाई  600 से ज्यादा शिकायतें

भोपाल: राजधानी में सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें लगातार पेडिंग होने के कारण कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सख्त एक्शन लिया है। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का निराकरण नहीं करने वाले डेढ़ दर्जन से अधिक अधिकारियों और विभाग प्रमुखों पर सख्ती करते हुए कलेक्टर ने सोमवार-मंगलवार की दरमियानी देर रात एक बजे तक क्लास ली। इसमें कई अधिकारी आॅनलाइन माध्यम से इस बैठक में जुड़े। कलेक्टर ने सख्त लहजे में कहा कि आखिर क्या ऐसा कारण है कि लगातार पेडेंसी बढ़ रही है और लोगों की शिकायतें निराकृत नहीं हो रही हैं।
बताया जा रहा है कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण मामले में भोपाल की 26 वीं रैकिंग है। राजस्व, मत्स्य, पशुपालन, सहकारिता, सामाजिक न्याय सहित अन्य कई विभागों की रिपोर्ट डी रैकिंग में शामिल हैं। इस रैकिंग को कम करने और प्रकरणों को निराकरण करने के उद्देश्य से ही कलेक्टर ने यह सख्ती की है।

*सख्ती का दिखा असर एक दिन में निपटार्इं  600 से ज्यादा शिकायतें*

कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह की सख्ती का असर भी देखने को मिला है। टीएल बैठक में कलेक्टर ने जिम्मेदार और लापरवाह अफसरों को दो टूक शब्दों में कहा था कि आज रात तक मुझे पेडेंसी कम चाहिए, इसके लिए काम करो। इस पर कई विभागों के अफसर रात साढेÞ 12 बजे तक अपने-अपने कार्यालय में बैठकर काम निपटाते रहे। इसी दौरान उन्होंने सबसे रात साढ़े 12 बजे आॅनलाइन बैठक कर प्रकरणों के निराकरण का अपडेट लिया। इसमें सामने आया कि रात एक बजे तक करीब 600 से ज्यादा शिकायतों को बंद किया गया, जिसमें 300 संतुष्टि भी शामिल हैं। कलेक्टर ने कहा कि ऐसे ही आगे कार्रवाई की जाएगी, ताकि पेडेंसी को खत्म किया जा सके।