CM in a Amjhera : भगवान कृष्ण के जहां-जहां चरण पड़े, जहां उन्होंने लीलाएं की, वहां तीर्थ बनाएंगे
अमझेरा से गोपाल खंडेलवाल की रिपोर्ट
Amjhera (Dhar) : पश्चिमी मप्र के धार जिले मे आज प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव श्रीकृष्ण पर्व मे भाग लेने के लिए अमझेरा पहुचे। जहां उन्होंने मॉं अमका झमका और रामेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि जहॉं जहॉं भगवान कृष्ण के चरण पड़े उन स्थानों को तीर्थ बनाया जाएगा।
डॉ मोहन यादव ने कहा कि आज मैं अमझेरा नामक स्थान पर आया हूं। राणा बख्तावर सिंह जैसे क्रांतिकारियों के कारण यह बहुत बड़ा पवित्र तीर्थ स्थान है।दूसरा बड़ा इतिहास हमारे भगवान कृष्ण जो चार-पांच स्थान आईडेंटिफाई है , वहा सीधे उनकी कोई लीला हुई है या ऐसा कुछ दिखाई देता है उन प्रत्येक स्थानों को हम विकसित करने वाले है। बताया गया कि रुक्मणी हरण के समय पर भगवान कृष्ण का यहां युद्ध हुआ था। अमका झमका मंदिर के पास का यह स्थान पवित्र और महत्व का है। मैं आज नमन करने आया हूं। मैं अपनी तरफ से उस इतिहास, शैली और समय को याद करते हुए और सरकार ने जो निर्णय लिया उसके परिपालन में यहां आया हूं। में अपनी और से भी यहां नमन करता हूं। हम सभी इस तीर्थ को एक नए रूप में देखेंगे बहुत जल्द ही अच्छा प्लान बनाएंगे और निर्माण कार्य कराए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मूल रूप से मैं जन्माष्टमी मनाने आया हूं। कुछ लोगों को नेतागिरी लग रही है। यह मांग करना, वह मांग करना। अरे गोपाल जी को भज लो सब काम हो जाएगा। आपके यहां जो है वह और कहीं नहीं है। यह अमझेरा की जो धरती है वह वीरता की धरती है। हर समय इस स्थान का अलग ही महत्व है।
धार जिले के अमझेरा में तो अंग्रेजों के खिलाफ भी राणा बख्तावर सिंह ने लड़ाई लड़ी वह हमारे लिए अद्वितीय है। उनको भी स्मरण कर रहे हैं। अपने एक नहीं दो नहीं 28 लोगो ने अपने प्राणों की बलिदान करके हमारा सबका मस्तक गर्व से ऊंचा किया. ऐसे में हम सब परमात्मा की दया से भगवान गोपाल कृष्ण का स्मरण करें, जिनका पूरा जीवन हम सभी के लिए तीर्थ की तरह है। जिनका पूरा जीवन हम सबको अनुसरण करने के लिए है। हम सबके लिए सौभाग्य की बात है कि भगवान कृष्ण ने जन्म के समय से लगाकर विपत्ति क्या होती है, कष्ट क्या होते हैं, परेशानी क्या होती है इसकी पराकाष्ठा झेली है। हमने अपने जीवन मे भी देखी है।
एक जनवरी हमारा नव वर्ष नहीं है। गुड़ी पड़वा हमारा साल का पहला दिन है तो हमारी सरकार ने तय किया है तीसरा स्थान भगवान का तीर्थ के रूप में अमझेरा बनेगा। भगवान कृष्ण के इतिहास को जीवंत करेंगे, इसीलिए मैं आज यहां आया हूं।
हम अपनी लाइन से नहीं हटेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार एक लाइन पर है। उस लाइन के अलावा इधर जाने को तैयार है और न उधर जाने को। हमने तय किया है कि गौ माता के गोवंश को बढ़ाने के लिए नगर निगम नगर पालिका पुराने जमाने में करते होंगे कि कोई आवारा गाय मिल जाए तो उसे बंद कर दें। अरे गो गाय माता को सजा क्यों देना, व्यक्ति को सजा दो। इसलिए हमने तय किया है यह जगह ही बंद करायेगे उनकी जगह जगह-जगह गौशाला खोलेंगे। सरकार उसको पैसा देगी सरकार और सरकार केवल गौशाला नहीं चलाएगी गौशाला में बूढी, अपाहिज, लावारिस और ऐसी गाय जो कोई पालने को तैयार नहीं है सरकार उन पर सारा खर्च करेगी। लेकिन, घर-घर में गोपाल अगर बनाना है तो गाय तो घर-घर में पालना पड़ेगा। इसलिए जो 10 गाय से जो ज्यादा पालेगा सरकार उसको अनुदान देगी।
किसानों से दूध खरीदेंगे
आगे उन्होंने कहा कि अपनी तरफ से इस देश में दूध दही की नदियां बहती आई है। गोपाल कृष्ण का जमाना जागृत करना है तो गोपालन को बढ़ावा देना पड़ेगा। किसान की खेती की आय के अलावा दूध की आय भी बढ़ाना पड़ेगी। इसलिए हमारी सरकार ने तय किया है की दूध उत्पादन पर अनुदान देंगे। जैसे गेहूं खरीदने पर बोनस दिया जाता है, ऐसे गाय का दूध भी किसान से खरीदेंगे और उसको बोनस देने का कार्य हमारी सरकार करेगी। हम किसानों की आय अच्छी होती है तो तकलीफ क्या है दूध के माध्यम से घर-घर में गोपालन को बढ़ावा देना है।