CM Shivraj in Kashi : तीन दिन महाआनंद में डूबने का आध्यात्मिक अनुभव हुआ

एक नरेंद्र ने कहा था, दूसरे नरेंद्र ने करके दिखाया

791

Kashi : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने काशी में बिताए अपने तीन दिनों के आध्यात्मिक अनुभव को शेयर किया है। उन्होंने अपार आनंद की अनुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि बाबा विश्वनाथ की नगरी का आध्यात्मिक अनुभव दिव्य है। ये नगरी आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत है। यहाँ ज्ञान चक्षु भी खुल जाते हैं। बाबा विश्वनाथ के कॉरिडोर का निर्माण अपने आप में न केवल भव्य है, बल्कि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का भी प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि, कभी स्वामी विवेकानंदजी का नाम नरेंद्र था। उन्होंने कहा था कि सुदीर्घ रजनी समाप्त हुई जान पड़ती है, महानिशा का अंत निकट है। जो अंधे हैं, वो देख नहीं सकते, जो बहरे हैं वो सुन नहीं सकते, भारत माता एक बार फिर से आँखे खोल रही है और विश्वगुरु के पद पर अधिष्ठित हो रही है।

एक नरेंद्र ने कहा था, दूसरे नरेंद्र ने करके दिखा दिया। एक वैभवशाली, गौरवशाली और संपन्न राष्ट्र मोदीजी के नेतृत्व में हो रहा है और उसका अनुभव काशी में आकर होता है। आज भारत का देशों दिशाओं में विकास हो रहा है और विकास को एक नई दिशा भी दी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहाँ बाबा के दर्शन करके अयोध्या प्रस्थान करेंगे। जब बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए हैं, तो काशी के कोतवाल के दर्शन अवश्यम्भावी हैं, उनको भी प्रणाम किया। और फिर ‘कोनसो संकट मोहे गरीब को जो तुमसे नी जात है टारो’ संकट मोचन हनुमानजी के भी दर्शन किए। अनेकों प्रेरणाएं लेकर काम करने के लिए यहाँ से निकल रहे हैं। अब राम लला के दर्शन होंगे। तीनों दिन मन अपार आनंद से भर गया और यहाँ महाआनंद में डूबे रहे।

देखिए वीडियो क्या कह रहे हैं सीएम शिवराज