CM शिवराज ने आवेदकों को मंच पर बुला कर किया समस्याओं का समाधान
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि “मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान” जनता की जिंदगी बदलने का अभियान है और मेरा मकसद है कि नागरिकों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाना पड़े। पंचायत स्तर पर लगने वाले शिविर में ही उनको शासन की योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिले। मुख्यमंत्री श्री चौहान गुरुवार को सीहोर जिले के जैत ग्राम में मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान के शिविर में ग्रामीणों से अनौपचारिक संवाद कर रहे थे। सांसद श्री रमाकांत भार्गव और जैत सहित सरदार नगर, मछवाई, डोबी, नारायणपुर और बोरना पंचायत के ग्रामीण भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिविर में प्राप्त सभी आवेदनों में संबंधित आवेदक को मंच पर बुला कर उनकी समस्याओं का निराकरण किया और पात्र व्यक्तियों को योजनाओं में शामिल कर लाभान्वित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अधिकारियों के साथ जन-प्रतिनिधि मिल कर जनता की जिंदगी बदलने का काम करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के काम के साथ हितग्राही मूलक योजनाओं के लाभ के लिए सभी मिल कर काम करें और लोगो की जिंदगी में बदलाव लाएँ।
*जैत के गौरव पर लिये संकल्पों की पूर्ति की जानकारी ली*
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सभी पंचायत अपने गौरव दिवस की तारीख तय कर कार्यक्रम करें। उन्होंने जैत के गौरव दिवस पर लिए गए संकल्पों की पूर्ति की जानकारी ली। कलेक्टर ने बताया कि नर्मदा नदी पर 4 करोड़ 88 लाख रूपये की लागत से घाट बनाने का काम शुरू हो गया है। जैत के बायपास के लिए निजी भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। ग्राम के 80 प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनने के साथ आवास प्लस में पात्रों के नाम जोड़े गए है। जैत में 15 स्व-सहायता समूह बनाए गए है और समूहों को 70 लाख बैंक लिंकेज तथा प्रशिक्षण देकर रोजगार से भी जोड़ा है। ग्राम में स्वच्छता पर भी काफी काम हुआ है। शत-प्रतिशत घरों में शौचालय बनाए गए है। कचरा कलेक्शन के लिए नया वाहन भी दिया गया है।
*24 गाँव के लिये 102 करोड़ की सिंचाई योजना*
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उद्यम क्रांति सहित रोजगार योजनाओं में भी युवाओं को लाभान्वित करने, किसानों को उपार्जित धान का भुगतान करने, बिजली की उपलब्धता का सर्वेक्षण कर खंबे लगवाने, संबल सहित अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ देने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि 24 गाँव में सिंचाई के लिए 102 करोड़ रूपये की सिंचाई योजना स्वीकृत की गई है।
*जैत में विकसित होगा खेल मैदान*
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों के आवेदन पर विशेष ध्यान देते हुए कलेक्टर को निर्देश दिए कि गाँव में खेल मैदान विकसित किया जाये और नवंबर और दिसंबर में खेल प्रतियोगिताएँ भी करवाई जाएँ। उन्होंने संभागायुक्त को कुमारी नीतू साहू को अनुकम्पा नियुक्ति देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने नशामुक्ति अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि क्षेत्र में सख्ती से नशे के कारोबार को रोकें। उन्होंने अपराध पर नियंत्रण के पुलिस को भी निर्देश दिए।
*ग्रामीणों से जानी योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति*
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिविर में ग्रामीणों से चर्चा कर योजनाओं के क्रियान्वयन की मैदानी स्थिति भी जानी। उन्होंने एक आवेदक से नामांतरण एवं बंटवारे की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी कसम खाओ कि इस काम के लिये कोई पैसा नहीं देना पड़ा। उन्होंने कहा कि नागरिकों को सुशासन देने के लिये ही मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान में गाँव-गाँव शिविर लगाये जा रहे हैं। हमारा मकसद है कि ग्रामीणों को सरकारी काम के लिए दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़े।
*मोबाइल टॉवर के लिये मुन्नीबाई ने दी अपनी भूमि*
मुख्यमंत्री श्री चौहान से ग्राम जैतवासियों ने मोबाइल टॉवर लगाने की मांग रखी। शासकीय भूमि उपलब्ध न होने पर गाँव की श्रीमती मुन्नी बाई ने मोबाइल टॉवर लगाने के लिये अपनी निजी भूमि देने की बात कही। मुन्नीबाई की इस सहृदयता से मुख्यमंत्री श्री चौहान सहित सभी ग्रामीण अभिभूत हो उठे।
*समूह की महिलाओं की सुनी सफलता की कहानी*
मुख्यमंत्री श्री चौहान गृह ग्राम जैत में तब काफी संतुष्ट हो गए जब वे स्व-सहायता समूह की दीदीयों को कस्टम हायरिंग सेंटर और सिलाई केंद्र सहित अन्य व्यवसाय करते हुए रु-ब-रू देखा। मुख्यमंत्री ने जन-सेवा मंच से ही इन महिलाओं की सफलता की कहानी सुनी। मुख्यमंत्री ने गंगा स्व-सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे कस्टम हायरिंग सेंटर को ट्रैक्टर प्रदान किया। उन्होंने सेंटर की गतिविधियों की जानकारी भी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला स्व-सहायता समूह के एकता सिलाई केंद्र का अवलोकन कर दीदीयों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने समूह की दीदीयों द्वारा बनाया गया जैकेट भी खरीदा। कस्टम हायरिंग तथा एकता सिलाई केंद्र की विधि, रानू और प्रियंका जाट ने समूह के माध्यम से 10 हजार रूपए महीने से अधिक आमदनी होने तथा परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर होने के संबंध में अपने अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समूह की बहनों की प्रगति का उदाहरण देते हुए सभी महिलाओं को समूह से जुड़ कर छोटी-छोटी आर्थिक गतिविधियाँ संचालित करने के लिए कहा।