भोपाल : निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर और अशोकनगर जिले के मुंगावली में ओला प्रभावितों को हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अफसरों को चेतावनी दी है कि फसल नुकसान का सर्वे करने में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं अफसरों से सीधा कह रहा हूं कि फसलों की क्षति का सर्वे ईमानदारी से करना। एक- दो प्रतिशत मुआवजा ज्यादा लिखना पड़े तो लिख देना। कम लिख दिया तो मैं नौकरी करने के लायक नहीं रहने दूंगा। संकट की घड़ी में हम किसान भाइयों के साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में जहां किसान का भयानक नुकसान हुआ है और बिटिया की शादी है तो उसका भी इंतजाम हम करवाएंगे, ताकि बेटी की शादी में कोई दिक्कत न आए। किसान भाई इसकी बिल्कुल भी चिंता न करें।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के बीच कहा कि इस बार हमने फसल बीमा अलग तरीके से किया है। जो नुकसान होगा, उसका 25 प्रतिशत बीमा कंपनी को एडवांस देना पड़ेगा, आकलन बाद में होता रहेगा। बाकी 75 प्रतिशत आकलन पूरा होने के बाद दिया जाएगा।
जिनका नुकसान हुआ है, उनकी ऋण वसूली स्थगित कर अल्पावधि का ऋण, मध्यावधि ऋण में परिवर्तित किया जाएगा और उसका ब्याज भी हम भरवाएंगे। किसान परेशान न हों। 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान जिन किसानों का हुआ है, उन्हें 30 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से राहत की राशि दी जाएगी। किसान भाई बिल्कुल भी चिंता न करें।
*किसान हूँ, दर्द जानता हूँ*
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं दुख की घड़ी में आया हूँ। मैंने खुद अपनी आँखों से फसलें देखी हैं और किसान हूँ, इसलिए किसान का दर्द पहचानता हूँ किसान का दर्द जानता हूँ।
दिन रात मेहनत करके, खून पसीना एक करके, कर्ज लेकर खाद- बीज डाला और पानी से नहीं पसीने से अपनी जमीन सींचते हैं तब, अन्न के दाने घर में आते हैं।
फसल तैयार हो गई थी लेकिन, अचानक ओलावृष्टि हो गई, तकलीफ है लेकिन चिंता मत करना संकट आया है लेकिन, संकट के पार आपको निकाल कर ले जाएंगे और आपको निजात दिलाएंगे।