नगरीय निकायों में बीस वर्ष की सेवा और पचास वर्ष की उम्र वाले CMO पर संकट, अयोग्य होंगे बाहर

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राज्य शासन लोगो

भोपाल: प्रदेश के नगरीय निकायों में बीस वर्ष की सेवा और पचास वर्ष की आयु पूरी कर चुके 90 मुख्य नगर पालिका अधिकारियों पर संकट के बादल मंडरा रहे है। खराब परफारमेंस, कार्यक्षमता में कमी, ईमानदारी में कमी और लापरवाही से काम करने वाले अफसर अनिवार्य सेवा निवृत्ति देकर नौकरी से बाहर किए जाएंगे।

आयुक्त नगरीय प्रशासन निकुंज श्रीवास्तव ने प्रदेश के सभी संभागीय संयुक्त संचालकों को निर्देश दिए हैं कि सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश है कि बीस वर्ष की सेवा और पचास वर्ष की सेवा पूरी करने वाले अधिकारियों के सेवा अभिलेखों की नियमित समीक्षा कर आवश्यक सेवा निवृत्ति देने के संबंध में निर्णय लिया जाए।

नगरीय निकायों में काम कर रहे 90 मुख्य नगर पालिका अधिकारी इस दायरे में आ रहे है। इन सभी अधिकारियों के सेवा अभिलेखों की छानबीन करने के निर्देश आयुक्त ने दिए है। इसमें इन अफसरों की ईमानदारी और सत्यनिष्ठा संदेहजनक होना, शारीरिक क्षमता में कमी आने की स्थिति देखी जाएगी। इनकी ख्याति और कार्यक्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा। इनके संपूर्ण सेवाकाल के अभिलेखों का समग्र मूल्यांकन किया जाएगा। अच्छा ख श्रेणी से कम यदि इनके अभिलेख है तो यह भी देखा जाएगा।

प्रदेश के सभी संभागों में काम करने वाले 90 मुख्य नगरपालिका अधिकारियों की सूचियां सभी संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन को भेजी गई है। इनके दस्तावेजों की छानबीन और अन्य सभी बिन्दुओं पर जांच कर सात दिन के भीतर इनकी रिपोर्ट मांगी गई है। खराब परफारमेंस और कार्यक्षमता में कमी, कामकाज में लापरवाही करने वाले, भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर नौकरी से बाहर किया जाएगा।