Collector-Commissioners Conference: देवास कलेक्टर, भिंड, मुरैना और इंदौर SP पर CM नाराज, सड़कों का सुधार बताया प्रायरिटी

जानिए सीएम ने क्या क्या अपेक्षाएं की है कलेक्टरों से

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भोपाल।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भिंड में जहरीली शराब से मौतें होने पर एसपी से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि इस मामले में गंभीर कार्यवाही होना चाहिए। कलेक्टर कमिश्नर कांफ्रेंस में सीएम चौहान ने चिन्हित अपराधों पर सजा कम होने पर इंदौर पुलिस कमिश्नर और मुरैना एसपी से भी नाराजगी जताई।

*मुरैना, इंदौर एसपी के जवाब से असंतुष्ट*

अपराध पर एक्शन के मामले में कार्यवाही की समीक्षा के दौरान चिन्हित अपराधों में कम सजा होने पर सीएम चौहान मुरैना, इंदौर एसपी के जवाब से असंतुष्ट हुए। उन्होंने मुरैना एसपी से पूछा कि सिर्फ 11.11% को ही सजा क्यों हुई? जब उन्होंने जवाब में कुछ और बातें बताईं तो नाराज सीएम ने कहा कि जो पूछा जाए वही बताइए, इतनी कम सजा क्यों हुई, ये बताइए।

इसी तरह इंदौर पुलिस कमिश्नर से कहा कि चिन्हित अपराधों में सजा न हो पाना हमारी विफलता है। आपका जवाब संतोषजनक नहीं है, इसे सभी पूरी गंभीरता से लें। चिन्हित अपराधों में 100 प्रतिशत सजा होनी चाहिए। सारे जिले आपस में समन्वय बनाकर काम करें, इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न हो।

सीएम चौहान ने एसपी रीवा से पूछा कि चिन्हित अपराधों में सजा को लेकर होने वाली बैठकों की जानकारी क्यों नहीं दी? यह और भी गंभीर है। मै सबको कह रहा हूँ कि हम जो भी काम कर रहे हैं, उसे व्यवस्थित करें। पोर्टल पर उसकी बराबर जानकारी दें। अब सुन लीजिए कि चिन्हित अपराधों में सजा मस्ट है, जो करना है, वो कीजिये. अपराधियों की सजा सुनिश्चित होनी चाहिए।

 

 

*जहरीली शराब मामले में भिंड एसपी पर नाराज*

 

सीएम चौहान ने समीक्षा के दौरान भिंड जिले में जहरीली शराब से होने वाली मौतों पर एसपी से नाराजगी जताई। उन्होंने अवैध शराब से हुई मौतों पर कहा कि अभी जो भिंड में हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जो यह कर रहे हैं, वह नर पिशाच हैं। मैं भिंड एसपी से पूछना चाहता हूं कि यह लापरवाही क्यों हुई? आपने पहले उन्हें क्यों नहीं पकड़ा। थाने वाले मिल-जुलकर कर रहे होंगे?

सीएम ने यहां तक कहा कि ऐसा हो नहीं सकता कि यह हो रहा है हो और थाने को पता न हो। एडीजी चंबल से पूछा कि आप क्या कर रहे थे, घटना कैसे हुई? उन्होंने कहा कि इसमें जीरो टॉलरेंस है, मै छोडूंगा नहीं किसी को। बहुत गंभीर कार्यवाही होनी चाहिए, यह एक के बाद एक श्रृखंला जैसी हो गई है, कोई कितना भी प्रभावी हो उन्हें क्रश करना है। मैं फिर कह रहा हूँ कि यदि लापरवाही हुई तो बर्दाश्त नहीं होगा।

*राशन वितरण में गड़बड़ी पर भी नाराजगी*

सीएम चौहान ने जिलों में राशन वितरण में गड़बड़ी पर कलेक्टरों से नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि 7 तारीख को फिर से अन्न उत्सव का कार्यक्रम होगा, जैसा पहले किया था वैसा ही होगा। इसमें जनता से हम फीडबैक लेंगे। इसमें जनता की राय भी लेंगे। कार्यक्रम का प्रभारी कोई एक अधिकारी होगा और विधायकों, सांसदों से भी कहेंगे, मैं भी जाउंगा। 25000 दुकानों पर यह कार्यक्रम होगा। दो तरह का अनाज दिया जाना है और शिकायतें मिली हैं कि एक तरह का ही दिया जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

*देवास कलेक्टर से हुए नाराज*

समीक्षा के दौरान वैक्सीनेशन की रिपोर्ट में देवास जिला प्रशासन द्वारा 15-17 आयु वर्ग के वैक्सीनेशन का कार्य सही ढंग से न करा पाने पर मुख्यमंत्री ने अप्रसन्नता व्यक्त की। बार-बार बात करने के बाद भी कुछ जगह बहुत कम मात्रा में आईसीयू बेड्स अक्रियाशील हैं, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे जिलों में बड़वानी, डिंडौरी, सतना, शाजापुर, रायसेन के नाम हैं। उन्होंने कहा कि बड़वानी में आईसीयू/एचडीयू बेड्स के कॉन्ट्रैक्टर अशोक सिंह के खिलाफ एक्शन लें, उसे ब्लैकलिस्ट करें। यह आपराधिक लापरवाही है, उसका पेमेंट रोकें। अगर यह लहर भयानक होती, तो कौन जिम्मेदारी लेता? शाजापुर के कॉन्ट्रैक्टर को भी ब्लैकलिस्ट करें।

 

*सड़कों का सुधार प्राथमिकता से हो*

सीएम चौहान ने नगरीय क्षेत्रों की सड़कों के सुधार की समीक्षा के दौरान कहा कि शहर की सड़कें हमको ठीक चाहिए, इसे प्राथमिकता में लीजिए। कई बार शहरों में बड़े- बड़े काम चलते रहते हैं लेकिन सड़कें काटकर छोड़ देती हैं। मैं सीधे निर्देशित कर रहा हूँ कि सारी सड़कें, इंटरनल सड़कें हमको ठीक करनी हैं। उन्होंंने कहा कि ओवरआॅल संयोजन आपको करना है कि मुझे सड़कें ठीक करनी हैं। इसे फोकस होकर कर लें, यह करना ही है। विभाग भी देख ले कि इसमें फंड की समस्या न बने।

सतना कलेक्टर से उन्होंने कहा कि सतना की सड़कें चकाचक करो। रीवा कलेक्टर से कहा कि डीएमएफ से पैसा ले लें, सड़कें मुझे अच्छी चाहिए। उज्जैन कलेक्टर से पूछा महाकाल प्रोजेक्ट पर ठीक काम चल रहा है? सभी शहर सड़कों के मामले में बेहतर हों, सड़कों को सीमेंट कंक्रीट की सड़कें बनाएं।

 

 

*कलेक्टर्स से अपेक्षाएं*

– समय सीमा बैठक में प्रोजेक्ट की नियमित समीक्षा करें।

– लंबित प्रशासनिक मुद्दों का निराकरण करें।

– रोड कटिंग के कार्य में कटर मशीन का उपयोग कराएं।

– रोड रेस्टोरेशन का कार्य शीघ्र एवं गुणवत्तापूर्ण करवाएं।

– प्रत्येक घर के लिए सीवर कनेक्शन कराना सुनिश्चित करें।

– उपचारित जल का पुनर्उपयोग सुनिश्चित करने की कार्य योजना बनवाएं।

– नर्मदा किनारे के सीवर प्रोजेक्ट के कार्यों पर विशेष ध्यान दें।