
Collector in Action: 4 वर्षीय बच्चे की मौत के मामले की क्लीनिक सील, जांच दल गठित
खरगोन: खरगोन में 4 वर्षीय बच्चे की इंजेक्शन के बाद मौत के मामले में जिला कलेक्टर एक्शन मोड में आ गई हैं। उन्होंने कमेटी बनाकर जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही जहां इंजेक्शन लगाया गया था उस क्लिनिक को सील कर दिया गया है।
खरगोन के सीएमएचओ डॉक्टर दौलत सिंह चौहान ने बताया कि जिला कलेक्टर भव्या मित्तल के निर्देश पर तीन सदस्य जांच दल का गठन किया गया है। इसमें दो शिशु रोग विशेषज्ञ और एक मेडिकल स्पेशलिस्ट शामिल है।
उन्होंने बताया कि जिस जगह 4 वर्षीय विहान को इंजेक्शन लगाया गया था वह क्लीनिक सील कर दिया गया है। साथ ही जहां से इंजेक्शन खरीदे गए थे ,वहां से दवाइयां के सैंपल भी लिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि विहान के शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है, और फिलहाल रिपोर्ट नहीं प्राप्त हो सकी है।
कलेक्टर के निर्देश पर औषधि निरीक्षक अशोक गोयल ने टीम सहित उस क्षेत्र की दवा दुकानों पर जाकर नमूने लिए गए, जिन्हें प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है।
औषधि निरीक्षक ने बताया कि हॉस्पिटल क्लिनिक के पास तीन दवा दुकानों में उपलब्ध औषधियों के क्रय विक्रय संबंधी रिकार्ड नहीं पाए गए जिसके चलते उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र भी जारी किया गया है।
उल्लेखनीय है किबड़वानी जिले के ठीकरी निवासी विहान पंचोले को खरगोन के शिशु रोग विशेषज्ञ राजेश सयदे के पास लाया गया था । उनके द्वारा लिखे गए इंजेक्शन को लगाए जाने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई थी, और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। विहान के परिजनों ने इंजेक्शन के रिएक्शन का आरोप लगाते हुए डॉक्टर पर कार्यवाही की मांग की थी।
इस मामले में पुलिस जांच भी आरंभ कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर के क्लीनिक में दिखाये जाने के बाद एक लेबोरेटरी में विहान के विभिन्न टेस्ट हुए थे। इसके बाद डॉक्टर के द्वारा लिखे गए इंजेक्शन को एक क्लीनिक में लगवाया गया था ।जहां उसे तत्काल मुंह से झाग आ गए थे और वह झटका खाकर बेहोश हो गया था। उसके बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसकी मौत हो गयी।





