

Collector’s Statement: कलेक्टर की गाड़ी पर हमले- पथराव की घटना पर कलेक्टर ने कहा- घटना के समय वह नहीं थे मौके पर, देखिए वीडियो
भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट
भिंड: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में रेत माफिया द्वारा कलेक्टर की गाड़ी पर हमला किए जाने का मामला सामने आया है। कलेक्टर के सुरक्षाकर्मी द्वारा भी 4 से 5 राउंड फायर किए जाने की बात कही जा रही है।
ऐसी खबरें आने के बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि घटना के समय वह मौके पर नहीं थे। उन्होंने रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पकड़कर माइनिंग के सुपुर्द कर दी थी और वह मौके से निकल आये थे जिसके बाद ही हमला हुआ है।
दरअसल भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात निजी गाड़ी में बैठकर अवैध रेत से भरे वाहनों को पकड़ने के लिए निकले। गाड़ी में कलेक्टर के साथ ही निजी लोग भी थे। इस दौरान उनके साथ केवल उनका सुरक्षा कर्मी ही मौजूद था। जबकि उनके द्वारा स्थानीय थाना पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव अक्सर बिना पुलिस को सूचना दिए ही अवैध रेत उत्खनन और परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंच जाते हैं। ऐसा ही गुरुवार शुक्रवार की दरम्यानी रात को हुआ। वह सरकारी गाड़ी छोड़कर निजी गाड़ी में बैठकर कार्यवाही के लिए पहुंचे।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार कलेक्टर ने रेत से भरी ट्रैक्टर ट्राली को पकड़ा और उसे थाने लाने लगे तभी तीन गाड़ियों में सवार होकर आए रेत माफियाओं ने कलेक्टर की गाड़ी घेर कर उस पर पथराव कर दिया। बताया गया है कि इसके बाद कलेक्टर के सुरक्षाकर्मी ने चार से पांच राउंड हवाई फायर किए जिससे रेत माफिया भाग खड़े हुए।
लेकिन जब कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर हमला और सुरक्षाकर्मी द्वारा फायरिंग की बात से साफ इंकार कर दिया है। कलेक्टर ने बताया कि उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली पकड़कर माइनिंग विभाग के सुपुर्द कर दी और वह मौके से निकल आये थे। उसके बाद ही यह घटना घटी।
हालांकि सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि घटना कलेक्टर के साथ ही हुई लेकिन अब माइनिंग विभाग के जरिये कार्यवाही कराई जा रही है। खबर लिखे जाने तक कोई भी शिकायत लेकर थाना नहीं पहुंचा है। रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली जरूर थाना परिसर में देर रात खड़ी करवाई गई है।
बड़ा सवाल यह है कि कलेक्टर के गनमैन द्वारा फायरिंग किये जाने की बात कलेक्टर स्वीकार नहीं कर रहे हैं तो ऐसे में अगर फायरिंग किसके द्वारा की गई? क्या फायरिंग रेत माफियाओं द्वारा की गई? अब यह तो पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा?