Collector’s Unique Initiative- आजीविका उत्पाद मेला:आलीराजपुर कलेक्टर बेडेकर का अनूठा प्रयास 

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Collector’s Unique Initiative- आजीविका उत्पाद मेला:आलीराजपुर कलेक्टर बेडेकर का अनूठा प्रयास 

आलीराजपुर से अनिल तंवर की रिपोर्ट

आलीराजपुर:आलीराजपुर जिला आदिवासी बाहुल्य होने के साथ – साथ ही अपनी परम्परागत संस्कृति के लिए भी जाना जाता है. इनके दैनिक उपयोग की वस्तुएँ , वार –त्योहार , शादी के समय उपयोग में लिए जाने वाले वस्त्र एवं सामग्री , पूजा अनुष्ठान के समय होने वाली सजावट और लोककला के माध्यम से आराधना तथा जीवन शैली में किए जाने वाली कल्पना को साकार किया जाना अनूठा होता है. इनके समस्त उत्पाद आकर्षक तो होते ही है मगर अर्थपूर्ण भी होते है. शासन ने इसे बढ़ावा और प्रोत्साहन देने के लिए आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह (SHG) के रूप में लगभग हर गाँव में महिलाओं को जागृत किया है.

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इसी तारतम्य में वर्षभर अनेक स्थानों पर इन उत्पादों के प्रदर्शन सह विक्रय मेले आयोजित किए जाते है. यहाँ वर्ष 2021 में तत्कालीन CEO , जिला पंचायत , संस्कृति जैन, IAS ने देश भर में इन उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए “ब्रांडिंग बायराज” 39 पृष्ठ की सचित्र बुकलेट जारी की थी जिसका फोटोग्राफर मैं स्वयं था . इसका विमोचन प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वर्ष 2021सितम्बर में जोबट में किया था. अब तक इस जिले में जो भी कलेक्टर और सी ई ओ, जिला पंचायत पदस्थ हुए है उनमें से जिले विकास के लिए किसी ने तो इसे औपचारिक दायित्व के तौर पर निर्वाह किया किन्तु कुछ ने इसे गंभीरता से महत्त्व देते हुए निरंतर बढ़ावा देने का कार्य भी किया . ऐसे ही वर्तमान कलेक्टर डाक्टर अभय अरविंद बेडेकर है जो इस तरह के कार्यों को सम्पन्न तो कर ही रहे है , साथ ही साथ प्रति सप्ताह जिले के कुछ दूरस्थ गाँवों के रहवासी आदिवासियों के दुर्गम पहुँच घरों पर जाकर उनके हाल-चाल और समस्या जान कर दूर करने का त्वरित प्रयास भी करते है. हाल ही वे आदिवासी के ऐसे घरों तक पहुंचे जहाँ आज तक प्रशासन का छोटा कर्मचारी या अधिकारी भी नहीं गया था. इसके लिए उन्हें कुछ किलोमीटर संकरी , पहाड़ी पगडंडियों पर पैदल भी जाना पड़ा. कुछ अच्छा करने की चाह हो तो इस तरह की तकलीफें गौण होती है.

इसी भावना को मूर्त रूप देते हुए कलेक्टर बेडेकर ने सोंडवा में स्थानीय भाजियों का प्रदर्शन स्टॉल लगवा कर आदिवासियों से इनके उपयोग , स्वास्थ्य गुणों की जानकारी को दर्शाया था और अब जिला मुख्यालय पर आदिवासी के परम्परागत उत्पादों , लोक कला और वनोपज का 3 दिवसीय प्रदर्शन सह विक्रय मेले का आयोजन किया गया.

इस आजीविका उत्पाद मेले को जिला प्रशासन एवं म.प्र. ग्रामीण आजीविका मिशन आलीराजपुर के संयुक्त तत्वावधान में म.प्र. वन विकास निगम के अध्यक्ष माधोसिंह डावर, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिता चौहान, कलेक्टर डा. अभय अरविंद बेडेकर, जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक चौधरी ने भगवान गणेश की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित करके शुभारंभ किया. उक्त तीन दिवसीय आजीविका उत्पाद मेले में 20 से अधिक स्वयं सहायता समूह के सदस्यों द्वारा वनोपज सामग्री, शहद, बांस से बनी आकर्षक सजावटी सामग्री, आजीविका खाद्य उत्पाद, जैविक उत्पाद, मसाले, गलसन माला, पिथौरा पेंटिंग आदि के स्टॉल पर विभिन्न वेरायटी की खाद्य सामग्री , मसाले, गृह सज्जा, किचन में उपयोग होने वाली सामग्री आदि विशेष आकर्षण का केन्द्र है.

म.प्र. वन विकास निगम के अध्यक्ष माधोसिंह डावर ने कहा आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद उत्कृष्ट क्व़ालिटी और बेहतर पैकेजिंग में है . कलेक्टर बेडेकर ने कहा उक्त उत्पादों की गुणवत्ता के साथ-साथ पैकिंग की गुणवत्ता भी शहरों में स्थित बडे-बडे मॉल में बिक्री होने वाले सामान के समान है . उन्होंने जिलेवासियों से आह्वान किया कि उक्त प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए समूह सदस्यों द्वारा उत्पादित सामग्री को क्रय करते हुए उक्त समूह सदस्यों को प्रोत्साहित करें . उन्होंने समूह सदस्यों द्वारा तैयार उत्पादों के प्रत्येक स्टाल का अवलोकन करते हुए समूह सदस्यों के प्रयास की प्रशंसा की . जहाँ यह मेला स्थानीय लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है वहीं पर आजीविका मिशन की स्वयं सहायता समूह को भारी प्रोत्साहन भी मिल रहा है.