Colony Developing From Illegal Mining: अवैध मुरम खनन से विकसित हो रही कॉलोनी

रातों रात उत्खनन कर कॉलोनी में सड़क डाल काट दिये प्लाट.

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Colony Developing From Illegal Mining: अवैध मुरम खनन से विकसित हो रही कॉलोनी

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट 

छतरपुर: जिले के हरपालपुर नगर में कई स्थानों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं तो कुछ स्थानों पर कॉलोनियों का भी निर्माण चल रहा हैं कुछ कॉलोनियों वैध तो कुछ अवैध हैं। कॉलोनी बनाने वाले एवं निर्माण कार्य करने वाले लोग बेख़ौफ होकर अवैध खनन भी कर रहे हैं। ग्राम पंचायत रानीपुरा कैमाहा में राजस्व मुरम की पहाडिय़ों पर अवैध खनन का मामला सामने आया है। पिछले दिनों से हो रहे अवैध खनन से हजारों ट्रैक्टर ट्रॉली मुरम नौगॉव रोड पर स्थित कॉलोनी में डाली गई। चोरी छिपे हो रहे इस खनन से कॉलोनी में सड़कें विकसित की जा रही हैं।

रानीपुरा पंचायत के पास शासकीय पहाड़ी पर इन दिनों मुरम का अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है। लोगों की शिकायत के बाद भी खनिज विभाग ने उत्खनन रोकने की दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की।

● *यह है पूरा मामला..*

जानकारी के मुताबिक खनन माफिया रोज रात में मशीन से पहाड़ी पर मुरम की खुदाई कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के कारण रानीपुरा कैमाहा की पहाड़ी से सरकार को राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक रात 10 बजे जेसीबी से खुदाई शुरू होती है, जो तड़के 5 बजे तक चलती है। इस दौरान जेसीबी से मुरम ट्रैक्टरों में भरकर परिवहन की जा रही है।

ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने अवैध उत्खनन को लेकर कई बार पहले भी माइनिंग विभाग से शिकायत की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। खनन माफिया बेखौफ अवैध उत्खनन कर रहे हंै। ग्रामीणों ने अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग की है।

● *राजस्व का हो रहा नुकसान..*

नियमानुसार मुरम खनन के लिए खनिज विभाग से अनुमति ली जानी चाहिए। इसके लिए राजस्व चुकाना होता है, लेकिन नियम-कायदों को ताक पर रखकर अवैध उत्खनन जारी है। इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इसमें ग्रामीण विभागीय अधिकारियों की आशंका से इनकार नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा नगर में सीसी सड़क निर्माण के ठेकेदार सड़क बनाने के लिए भी इस मुरम का उपयोग कर रहे हैं।

● *नहीं मिले SDM तहसीलदार बोलीं..*

जब इस मामले में नोगांव एसडीएम विनय द्विवेदी से बात करनी चाही तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ। वहीं नौगांव तहसीलदार सुनीता साहनी का कहना कि वो पटवारी को भेज कर जांच कराएंगी।