उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट
उज्जैन । होलिका उत्सव के त्यौहार की शुरुआत धार्मिक नगरी उज्जैन के विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर से हुई । बाबा महाकाल के दरबार में होली का उत्सव धूम धाम से मनाया गया। देश विदेश से कई भक्त उज्जैन में मनाई जाने वाली इस होली को देखने के लिए आते है। आरती के समय बाबा के भक्तो पर भी होली का रंग चढ़ा महाकाल मंदिर में तड़के होने वाली भस्मारती में होली का पर्व मानाने की परंपरा सनातन काल से चली आ रही।
यहाँ सबसे पहले बाबा महाकाल के आँगन में होली उत्सव की शुरुआत होती है और उसके बाद देश भर में होली मनाई जाती है। सुबह चार बजे भस्मारती में पण्डे पुजारियों ने बाबा महाकाल एवं भक्तों के साथ होली खेली । हजारो की संख्या में भक्तो ने भक्ति में लीन होकर अबीर गुलाल और फूलो के साथ होली मनाई। बाबा का दरबार रंगों से सराबोर नजर आया।
रंगो के त्यौहार होली पर आज सुबह चार बजे महाकाल मंदिर में भस्मारती में देश के कोने कोने से आए भक्तो ने होली का त्योहार मनाया । यहाँ परंपरा अनुसार भस्मारती में बाबा महाकाल को रंग गुलाल लगाया गया। श्रद्धालु और पण्डे पुजारियों ने आरती के दौरान अबीर गुलाल और फूलो के साथ होली खेली। धुलैंडी की पूर्व संध्या पर सबसे पहले महाकाल मंदिर में हुआ होलिका दहन । शासकीय पुजारी पं.घनश्याम शर्मा द्वारा विधिविधान से होलिका पूजन उपरांत मंत्रोच्चार के साथ होलिका दहन किया । उसके बाद ही नगर में अलग अलग समय पर होलिका दहन किया गया ।