Bhopal : दतिया और रीवा के बाद अब भोपाल कलेक्टर ने भी मिट्टी के दीये बेचने वालों पर कोई टैक्स नहीं लेने का आदेश जारी किया। यह आदेश सबसे पहले दतिया कलेक्टर ने जारी किया था। इसके बाद उसका अनुसरण रीवा कलेक्टर ने और अब भोपाल कलेक्टर ने किया।
इस फैसले से कुम्हारों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि नगर पालिका क्षेत्र में उन्हें कोई परेशानी भी नहीं है। इस फैसले से मिट्टी के दिए बनाने वाले लोगों के हौसले भी बुलंद होंगे। वे शहर आकर अपनी दुकान लगा सकेंगे।
दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने एक अभिनव पहल करते हुए जिले के नगरीय निकाय को निर्देशित किया कि वे कुम्हारों से किसी तरह का कोई टैक्स न लें और मिट्टी के सामान की बिक्री के लिए कुम्हारों को प्रोत्साहित करें।
कुछ साल पहले तक देश के बाजारों में दीपावली के समय मिट्टी के दीपों की बिक्री खूब होती थी। मगर जब से चाइना के दीपक और दूसरे सामान आए हैं, उसके बाद से लोगों का रूझान मिट्टी के दीपकों के प्रति कम हुआ है। इसे देखते हुए दतिया कलेक्टर संजय कुमार ने एक अभिनव पहल करते हुए सभी नगरीय निकाय को निर्देशित किया। इस अच्छी पहल का अन्य जिलों के कलेक्टरों ने भी अनुसरण किया है।
चाइना के सामान के बाजार पर कब्जे से दुखी कुम्हार भी तीन कलेक्टरों के आदेश से खुश नजर आ रहे हैं। कुम्हारों का कहना है कि गरीबों के लिए कलेक्टर ने कम से कम कुछ तो सोचा। कुम्हारों की रोजी-रोटी और भारतीय परंपरा को बचाने के लिए दतिया, रीवा अब भोपाल कलेक्टर की यह पहल भले ही बहुत छोटी हो लेकिन सराहनीय समझी जा रही है।