Committed Desk for Tribals: आदिवासी जिलों, विकासखंडों में जनजातीय समुदाय के लिए सिंगल विंडों की तर्ज पर बनेगी समर्पित डेस्क

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Committed Desk for Tribals: आदिवासी जिलों, विकासखंडों में जनजातीय समुदाय के लिए सिंगल विंडो की तर्ज पर बनेगी समर्पित डेस्क

भोपाल. मध्यप्रदेश के बीस आदिवासी जिलों और 89 आदिवासी विकासखंडों में सरकारी योजनाओं ओर सेवाओं के सुलभ क्रियान्वयन के लिए सिंगल विंडो की तर्ज पर जनजातीय समुदाय के लोगों के लिए समर्पित डेस्क की स्थापना की जाएगी। इस डेस्क के शुरु होंने पर जनजातीय समुदाय के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी एक स्थान पर मिल जाएगा और उनकी विभिन्न तरह की समस्याओं के निराकरण के लिए मार्गदर्शन भी यहां सिंगल विंडो पर ही मिल जाएगा।

समर्पित डेस्क पर हर जिले और ब्लॉक में एक लिपिक को सरकारी योजनाओं एवं सेवाओं से संबंधित इस वर्ग के नागरिकों के आवेदन प्राप्त करने और उन्हें समुचित मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए तैनात किया जाएगा। इस लिपिक का नाम सूचना पटल पर प्रदर्शित किया जाएगा। कार्यालय के बाहर एक बोर्ड लगाया जाएगा इस पर आमजन की जानकारी के लिए लिखा जाएगा कि जनजातीय समुदाय के लोगों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं के सुलभ क्रियान्वयन के लिए हेल्प डेस्क। इस पर हेल्प डेस्क सहायक का नाम और हेल्प डेस्क का नंबर भी लिखा जाएगा। यह बोर्ड इन जिलों में विभाग के कार्यालय के बाहर लगवाए जाएंगे और सभी अधिकारियों को कहा गया है कि अपने जिले और विकासखंड में इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें।

जनजातीय कार्य विभाग की उपसचिव मीनाक्षी सिंह ने जनजातीय कार्य विभाग के सभी सहायक आयुक्तों, जनजातीय कार्य विभाग के विकासखंडों में पदस्थ विकासखंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी कर एसटी ब्लॉक और जिलों में सिंगल विंडो की तर्ज पर जनजातीय समुदाय के लोगों के लिए समर्पित डेस्क स्थापित करने के निर्देश दिए है। ये बोर्ड लगाकर इसका पालन प्रतिवेदन भी सभी अधिकारियों को विभाग को भेजना है।

यह होगा फायदा

जनजातीय समुदाय के लोगों को अभी जिले और ब्लॉक में उनके लिए संचालित केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी लेने के लिए और विभागों की विभिन्न वर्गो की समस्याओं के निराकरण के लिए विकासखंड से लेकर जिले तक अलग-अलग दफ्तरों के चक्कर काटना पड़ता है। कई बार ऐसा भी होता है कि जनजातीय वर्ग को सरकारी विभागों में जाने के बाद भी संबंधित अधिकारी-कर्मचारी जानकारी नहीं देते और उन्हें यहां-वहां भटकना पड़ता है। उनकी समस्याओं का निराकरण भी नहीं हो पाता और उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं मिलने से वे उनका लाभ नहीं ले पाते। अब यह सिंगल विंडो समर्पित डेस्क की जिम्मेदारी होगी कि वहां जनजातीय वर्ग के जो भी लोग पहुंचे उन्हें तत्काल चाही गई योजना की जानकारी दी जाए और उनकी समस्या के निराकरण के लिए सही मार्गदर्शन तत्काल दिया जाए इससे उनकी मुश्किले आसान हो जाएंगी। और वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर अपना जीवन स्तर बेहतर कर सकेंगे।