Complaint About Illegal Colony : किसानों की जमीन पर अवैध कॉलोनी काटकर प्लॉट बेचे!
Indore : भू माफियाओं पर सख्ती के बावजूद इन पर रोक नहीं लग पा रही। इनकी इतनी हिम्मत हो गई कि वे सख्ती के बावजूद अवैध कॉलोनी काटने से बाज नहीं आ रहे। हाल ही में कलेक्टर को इस आशय की नामजद शिकायत भी की गई। इसके मुताबिक, शहर के राऊ रंगवासा इलाके में भूमाफिया सबसे ज्यादा सक्रिय हैं। एक भूमाफिया राहुल तंवर के बारे में की गई शिकायत में बताया गया कि उसने किसानों को बरगलाकर उनकी जमीन पर कॉलोनियां काट दी और भोले-भाले लोगों को प्लॉट भी बेच दिए।
शिकायत के मुताबिक, इस भूमाफिया ने रंगवासा और राऊ इलाके में किसानों को झांसे में लेकर उनकी जमीनों पर अवैध कॉलोनियां काटी। इनकी कई बार उच्च अधिकारियों को शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कार्रवाई का इंतजार है। हाल ही में राहुल तंवर की एक और शिकायत कलेक्टर कार्यालय में की गई है।
हुकुम सिंह यादव ने अपनी शिकायत में बताया कि ग्राम राऊ स्थित भूमि सर्वे नंबर 361/2 1065/2/1 1055/2/2 नंबर सुषमा पति रामप्रसाद खाती रामनारायण पिता जगन्नाथ कुलमी, मांगीलाल पिता जगन्नाथ कुलमी राऊ के नाम से राजस्व रिकार्ड में दर्ज है। इस भूमि को भूमाफिया राहुल पिता कमल तंवर ने किसानों के साथ मिलीभगत करते हुए भूमि का मात्र डायवर्सन कराते हुए मौके पर अवैध तरीके से बिना शासकीय अनुमति के अवैध कॉलोनी काट दी।
उसने फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी करते हुए अवैध कॉलोनियों में प्लॉट क्रय-विक्रय करते हुए सभी की अवैध रजिस्ट्री भी करवा दी। करीब 20 लोगों को इस अवैध कॉलोनी के प्लॉट की फर्जी रजिस्ट्री करवा दी। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि भूमाफिया पर कानूनी कार्रवाई करते हुए अवैध कॉलोनी से लोगों को बचाया जाए। साथ ही भूमाफिया पर तुरंत सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए अवैध कालोनी निर्माण पर रोक लगाई जाए।
दलालों और भू माफियाओं की सक्रियता
बताया गया कि ये भूमाफिया कुछ दिनों से कलेक्टर कार्यालय में भी सक्रिय देखा जा रहा है। उसका अनुविभागीय अधिकारी के कक्ष में आना-जाना देखा जा रहा है। जबकि, भू माफियाओं का कलेक्टर कार्यालय में आना-जाना प्रतिबंधित है। इस संबंध में पूर्व में पुलिस कार्रवाई भी हो चुकी हैं। लेकिन, नए अधिकारियों को जानकारी न होने के अभाव में राहुल तंवर उसका फ़ायदा उठा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व कलेक्टर मनीष सिंह ने तहसील कार्यालयों का अचानक निरीक्षण किया था। इसके बाद उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि प्रशासनिक संकुल में बिचौलिए या दलाल नजर आए, तो सीधी कार्रवाई होगी और जेल तक भेजा जाएगा। लेकिन, जानकारी मिली है कि इन दिनों फिर भूमाफिया और दलाल सक्रिय हैं।