भोपाल. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में निर्माणाधीन सिंचाई परियोजनाओं का कार्य तेज गति से समय-सीमा में पूरा करें।
उन्होंने कहा कि कार्यों में गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास पर नर्मदा नियंत्रण मंडल की 74 वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिंचाई के लिए किसानों को पानी देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। सिंचाई परियोजनाओं एवं नहरों को पूरा कर पानी देना शुरू किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिये कि सिंचाई परियोजनाओं के कार्य में किसी भी स्थिति में विलंब न हो और विलंब होने संबंधी शिकायतें सामने नहीं आएं।
उन्होंने कहा कि कंस्ट्रक्शन कंपनियों द्वारा समय-सीमा में कार्य किया जाए।
अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण श्री एस.एन. मिश्रा ने बताया कि देवास, शाजापुर और सीहोर जिले में एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में माईक्रो सिंचाई पद्धति से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आईएसपी-कालीसिंध उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना (प्रथम चरण) का 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
शेष कार्य पूर्ण करने की समय अवधि 31 अक्टूबर 2023 तक बढ़ाई जाना है।
बैठक में इंदिरा सागर परियोजना मुख्य नगर 155 किलोमीटर से 206 किलोमीटर तक के निर्माण कार्य एवं विभिन्न परियोजनाओं के निविदा प्रकरणों के संबंध में भी चर्चा की गई।