बुधनी में उपचुनाव की घोषणा से पहले सक्रिय हुई कांग्रेस
भोपाल:पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई बुधनी सीट पर कांग्रेस उपचुनाव की तैयारी में जुट गई है। यहां पर विधानसभा का चुनाव वह एक लाख पांच हजार वोटों से हारी थी, अब उपचुनाव की आहट के चलते उसने यहां पर अपने बूथ और मंडलम-सेक्टर के अध्यक्षों को चार्ज करने का प्रयास शुरू कर दिया है। कांग्रेस के लिए मुश्किल वाली इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की रणनीति से पार्टी को मजबूत करने का काम किया जा रहा है।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव से बेहतर प्रदर्शन करे, इसकी जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह के बेटे एवं राघोगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह को दी गई है। जयवर्धन सिंह यहां पर एक-एक ब्लॉक के बूथ, मंडलम और सेक्टर के अध्यक्षों से सीधा संवाद कर रहे हैं। इस विधानसभा के सभी ब्लॉक में वे बूथ, मंडलम और सेक्टर के अध्यक्षों से बातचीत कर उन्हें चार्ज करने का काम किया जा रहा है। इसमें उनके साथ कांग्रेस के स्थानीय नेता भी शामिल हो रहे हैं। यहां से चुनाव लड़ चुके पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल, विधानसभा का चुनाव लड़े विक्रम मस्ताल सहित अन्य नेता उनके साथ यहां पर कांग्रेस को मजबूत करने पर जुटे हुए हैं।
कांग्रेस इसलिए तलाश रही जमीन
यहां पर वर्ष 2006 से लेकर 2024 तक शिवराज सिंह चौहान चुनाव जीतते रहे हैं। यहां पर वे लगातार जीत का रिकॉर्ड बनाते रहे। उन्होंने वर्ष 2008 में कांग्रेस के महेश राजपूत को करीब 41 हजार वोटों से हराया था। इसके अगले चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के महेंद्र सिंह चौहान को 84 हजार 805 वोटों से हराया था। वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां से प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव को उतारा था, शिवराज सिंह चौहान ने यादव को यहां से 59 हजार वोटों से हराया था। वर्ष 2023 में यहां से कांग्रेस ने टीवी कलाकर विक्रम मस्ताल को उम्मीदवार बनाया, वे एक लाख पांच हजार वोटो से हारे। लगातार बड़े अंतर से हारने के चलते कांग्रेस यहां पर अपना वोट बैंक नहीं बढ़ा सकी है। इसलिए अब वह यहां पर अभी से तैयारी कर अपनी जमीन तैयार करने में जुटी है।