प्रदेश को बदनाम करने, राजनीतिक लाभ उठाने पटवारी परीक्षा का इस्तेमाल कर रही कांग्रेसः हरिशंकर खटीक

प्रदेश महामंत्री ने कहा-अपने फायदे के लिए प्रदेश के छात्रों के परिश्रम का अपमान कर रहे अरुण यादव

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प्रदेश को बदनाम करने, राजनीतिक लाभ उठाने पटवारी परीक्षा का इस्तेमाल कर रही कांग्रेसः हरिशंकर खटीक

 

भोपाल। मध्यप्रदेश विकास के रास्ते पर तेजी से कुलाचें भर रहा है, हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं और मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार ने युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोले हैं। लेकिन यह स्थिति कांग्रेस और उसके अरुण यादव जैसे नेताओं को सहन नहीं हो रही है। इसीलिए ये नेता पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर तथ्यहीन और झूठे आरोप लगा रहे हैं और प्रदेश की छवि खराब करने का षडयंत्र रच रहे हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री श्री हरिशंकर खटीक ने कांग्रेस नेता अरुण यादव की पत्रकार वार्ता को झूठ का पुलिंदा करार देते हुए कही।
*झूठ के सहारे प्रदेश सरकार को बदनाम करना कांग्रेस की आदत*
श्री हरिशंकर खटीक ने कहा कि कांग्रेस मैदान में भारतीय जनता पार्टी का मुकाबला करने की स्थिति में नहीं रही है, इसीलिए वह प्रदेश सरकार को बदनाम करने के लिए झूठ और षडयंत्रों का सहारा लेती रही है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने अपनी पत्रकार वार्ता में जिस व्यापमं मामले को उठाया है, उस मामले को लेकर उन्हें अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से सवाल करना चाहिए कि 15 महीने की सरकार के मुख्यमंत्री रहते उन्होंने इस मामले में क्या कदम उठाया? कांग्रेस सरकार इसलिए इस मामले में कुछ नहीं कर पाई, क्योंकि इसमें कुछ सच्चाई नहीं थी। उन्होंने कहा कि इसी तरह कांग्रेस पटवारी भर्ती परीक्षा को लेकर मनगढ़ंत आरोप लगा रही है। मार्च- अप्रैल में परीक्षा हुई, जून में रिजल्ट आया, तब से अभी तक कांग्रेस के नेता क्या करते रहे? क्यों अपने झूठ को परोसने के लिए विधानसभा सत्र शुरू होने का इंतजार किया? इसी से स्पष्ट है कि कांग्रेस अपने झूठ के सहारे राजनीतिक लाभ लेना चाहती है।
*तथ्यहीन आरोपों से प्रतिभा का अपमान कर रही कांग्रेस*
श्री हरिशंकर खटीक ने कहा कि कांग्रेस जिस पटवारी परीक्षा भर्ती परीक्षा को लेकर प्रदेश सरकार को बदनाम करने का षडयंत्र रच रही है, उसमें 9.78 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें से 8600 चयनित हुए हैं। इसी परीक्षा में चयन के लिए छात्र-छात्राओं ने कड़ी मेहनत की। इनमें से भी विशेष प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने टॉप किया। कांग्रेस अगर वास्तव में प्रदेश के युवाओं की शुभचिंतक है, तो उसे इन छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करना चाहिए। लेकिन रचनात्मकता कांग्रेस के डीएनए में ही नहीं है। उसे तो अपने राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी सीमा तक जाकर झूठ फैलाना, षडयंत्र रचना पसंद है। लेकिन कांग्रेस अपनी इस कोशिश में उन परीक्षार्थियों के कड़े परिश्रम और प्रतिभा का अपमान कर रही है, जो इस परीक्षा में चयनित हुए हैं और जिन्होंने टॉप किया है।