

Congress: 35 से 45 साल के नेताओं के मिलेगी जिला कांग्रेस की कमान,मंगलवार से उतरेंगे 250 नेता संगठन सृजन करने में
भोपाल:प्रदेश कांग्रेस ने तय कर लिया है कि अब जिला अध्यक्ष की कमान उम्रदराज नेताओं के हाथों में नहीं देना है। दिल्ली से लेकर भोपाल तक हुए विचार विमर्श के बाद यह निर्णय हुआ है कि अब कांग्रेस जिलों की कमान 35 से 45 साल के उम्र तक के नेताओं को देगी। संगठन सृजन के जरिए कांग्रेस अपनी लीडरशिप की पीढ़ी बदलने भी जा रही है, यानि अब रेस में कांग्रेस की ओर से हर जिले में युवा नेता ही दौड़ेगे। प्रदेश भर में मंगलवार से लगभग ढाई सौ नेता संगठन सृजन करने के लिए मैदान में उतरने जा रहे हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तीन जून को भोपाल में संगठन सृजन अभियान का शुभारंभ किया। इसके बाद दिल्ली और भोपाल में यह तय किया गया है कि इस संगठन सृजन के लिए जरिए जिलों में पीढ़ी परिवर्तन किया जाए। इसके चलते गाईड लाइन बनाई गई कि जिलों में 35 से 45 साल तक की उम्र के ही नेताओं के नाम जिला अध्यक्षों के लिए तैयार की जाने वाली पैनल में आॅब्जर्वर रखें। हालांकि इसमें गुंजाइश भी रखी गई है, यदि किसी जिले में 35 से 45 साल की उम्र का कोई नेता ज्यादा सक्रिय नहीं मिला, तो फिर यह पद 50 साल तक की उम्र के नेता को दिया जा सकता है। दिल्ली ने यह निर्देश दिए है कि ऐसी स्थिति एक-दो जिलों में तो चला ली जाएगी, लेकिन ज्यादा जिलों में 45 साल से ज्यादा की उम्र वालों को जिला अध्यक्ष का पद नहीं दिया जाएगा। इसलिए पर्यवेक्षक का प्रयास रही रहेगा कि वे 45 साल तक के नेताओं के नाम ही पैनल में रखेंगे।
ऐसे होगी जिला अध्यक्ष की तलाश
एआईसीसी से 61 आॅब्जर्वर बनाकर मध्य प्रदेश में भेजे हैं। सभी को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तीन-तीन प्रभारी बनाए हैं। करीब 240 नेता प्रदेश कांग्रेस में संगठन सृजन का काम 10 से 30 जून तक करेंगे। हर जिले में जिला अध्यक्ष के लिए पैनल बनाया जाएगा, पैनल में 2 से 6 नाम तक दिए जा सकते हैं। यह पैनल एआईसीसी को भेजा जाएगा।
इधर जितेंद्र पटवारी बोले तेरा-मेरा करेंगे तो सत्ता से बाहर ही रहेंगे
संगठन सृजन अभियान के तहत नेताओं के जिले में जाने से पहले प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जितेंद्र पटवारी ने सोशल मीडिया के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया है। इसमें उन्होंने कहा कि तेरा-मेरा, अपना, गुटबाजी करेंगे तो सत्ता से बाहर ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश में नई कांग्रेस बनाने का अवसर दिया है। इसलिए कार्यकर्ता अपनी निष्पक्ष राय दें, अपने विजन के साथ राय दें, ताकि कांग्रेस मजबूत हो सके।
*बदल जाएंगे अधिकांश जिलों के अध्यक्ष*
उम्र का दायरा तय करने के बाद कांग्रेस के अधिकांश जिला अध्यक्षों पर बदले जाने की तलवार लटक गई है। अभी संगठनात्मक जिलों में 45 साल से ज्यादा उम्र के अध्यक्ष बने हुए हैं। कांग्रेस में 50 जिलों से ज्यादा में जिला अध्यक्ष की उम्र 45 पार कर गई है, ऐसे में इन्हें बदले जाने की अब पूरी संभावना बन गई है। भोपाल शहर और ग्रामीण इसमें अपवाद है, यहां पर दोनों ही जिला अध्यक्ष 45 साल से कम उम्र के बताए जाते हैं। राहुल गांधी सभी पर्यवेक्षकों को हिदायत देकर गए हैं कि वे मध्य प्रदेश के बड़े नेताओं और जिलों के ताकतवर नेताओं के प्रभाव में नहीं हैं, यदि कोई उन पर दबाव डालता है तो उसकी शिकायत वे एआईसीसी से कर सकते हैं।