Congress: दिल्ली में तैयार 50 नेताओं के नाम जो साबित हो रहे शादी के घोड़े और लंगड़े घोड़े,कुछ को रिटायर करने का प्लान

जिलों में आॅर्ब्जवर छांटेंगे कांग्रेस के लिए रेस के घोड़े, जिला और ब्लॉक स्तर पर जाकर लेंगे 30 जून तक बैठक

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Congress: दिल्ली में तैयार 50 नेताओं के नाम जो साबित हो रहे शादी के घोड़े और लंगड़े घोड़े,कुछ को रिटायर करने का प्लान

भोपाल: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भले ही भोपाल दौरे के दौरान मध्य प्रदेश कांग्रेस में कैसे घोड़े चाहिए इसकी बात की हो, लेकिन उनका होमवर्क पिछले कई दिनों से चल रहा है। राहुल गांधी की टीम ने प्रदेश स्तर के लगभग 50 ऐसे नेताओं की लिस्ट तैयार की है, जो पार्टी के लिए शादी के घोड़े और लंगड़े घोड़े साबित हो रहे हैं। इनमें से कुछ 2024 में लोकसभा और 2023 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं जिलों के रेस के घोड़े छांटने का काम आॅर्ब्जवर्स के ही जिम्मे होगा। उन्हें जिला अध्यक्षों के पैनल के साथ ही निष्क्रिय और भीतरघात करने वालों की लिस्ट भी दिल्ली तक पहुंचाना है।

सूत्रों की मानी जाए तो राहुल गांधी की टीम ने 2019 और 2024 का लोकसभा और 2018, 2023 का विधानसभा का चुनाव लड़ चुके ऐसे नेताओं की सूची तैयार की है, जो रेस में भाग नहीं सकें, यानि वे दोनों चुनाव में जीत ही नहीं सके। इनमें से कुछ नेताओं को लोकसभा और विधानसभा का उम्मीदवार बनाया गया, कुछ लोकसभा का दोनों चुनाव लड़े और कुछ विधानसभा का दोनों चुनाव लड़े, लेकिन पार्टी की झोली में जीत नहीं ला सके। इनमें प्रदेश कांग्रेस के एक बड़े नेता भी शामिल हैं। जो लोकसभा के लगातार दो चुनाव हार चुके हैं। उनकी सिफारिश पर कई को टिकट दिया जाता रहा है। कुछ ऐसे भी नेता है जो विधानसभा का एक चुनाव जीतते हैं और दूसरा चुनाव हार जाते हैं। यह क्रम उनका पिछले कई चुनावों से चल रहा है। ऐसे सभी नेताओं के नाम की लिस्ट तैयारी हो चुकी है, इसमें लगभग 50 नेताओं के नाम हैं, जो प्रदेश में बड़े पदों पर रह चुके हैं। अब धीरे-धीरे कर इनमें से कुछ को रिटायर कर दिया जाएगा और कुछ को चुनाव की राजनीति से दूर रखा जाएगा।

जिलों में ऐसे छांटे जाएंगे कांग्रेस के लिए घोड़े

इधर जिलों में भी ऐसे नेताओं को छांटा जाएगा जो पार्टी में भीतरघाती माने जाते हैं, वहीं कुछ ऐसे भी नेता हैं जो पार्टी में पद ले लेते हैं और काम नहीं करते हैं। ऐसे नेताओं को छांटने की जिम्मेदारी आॅर्ब्जवर्स के जिम्मे हैं। आॅर्ब्जवर्स 10 से 30 जून तक जिलों में रहेंगे। इस दौरान वे जिला स्तर पर बैठक करेंगे, साथ ही वे हर ब्लॉक में जाकर बैठक करेंगे। शहर, गांव के प्रबुद्धजनों से बातचीत करेंगे। बातचीत और बैठकों में वे यह भी पता करेंगे कि कांग्रेस के कौन ऐसे नेता है जो भीतरघात करते हैं, कौन चुनाव लड़ते हैं और जीत नहीं पाते और कौन चुनाव लड़ने के लायक माने जा रहे हैं। इस आधार पर इन नेताओं के नाम की लिस्ट तैयार होगी।

ये दिग्गज हो सकते हैं चुनाव से दूर

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 2019, 2024 का लोकसभा चुनाव भारी अंतर से हारे, राहुल गांधी की टीम में शामिल मानी जाने वाली मीनाक्षी नटराजन मंदसौर से एक चुनाव जीती, लेकिन दो चुनाव हारी। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव खरगौन और खंडवा लोकसभा से एक-एक चुनाव जीते, लेकिन दो चुनाव लंबे अंतर से हारे।

*2 से 6 नामों का होगा पैनल* 

जिलों की इन बैठकों और बातचीत के बाद आॅर्ब्जवर जिला अध्यक्ष के नाम का पैनल बनाएंगें जिसमे कम से कम दो और अधिक से अधिक 6 नाम देने होंगे। यानि कमलनाथ के प्रभाव वाले छिंदवाड़ा, पांढुर्णा में भी कम से कम दो नाम जिला अध्यक्ष के लिए देना होंगे। तीस जून तक यह पैनल दिल्ली भेजी जाएगी। इसके बाद इस पैनल पर चर्चा पार्टी के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष करेंगे। जिसमें नाम और काम के साथ ही जातिगत समीकरण देखने के बाद जिला अध्यक्ष को लेकर निर्णय होगा।