Congress President Will Change : राहुल की यात्रा के बाद अब कांग्रेस के दोनों अध्यक्ष हटेंगे!
Indore : राहुल गांधी की यात्रा के मध्य प्रदेश से निकलने के बाद अब जिला कांग्रेस अध्यक्षों में फेरबदल की सुगबुगाहट शुरू हो गई। इंदौर शहर और जिले के अध्यक्ष को भी बदले जाने की जानकारी है। इन दोनों पदों के लिए कई नेता रेस में हैं। शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल विधानसभा चुनाव होने तक टिके रहने का दावा कर रहे, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा।
मिली जानकारी के मुताबिक, इस महीने के अंतिम सप्ताह में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ प्रदेश के शहर और जिला अध्यक्षों के कामकाज की समीक्षा करेंगे। जिन अध्यक्षों का परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहेगा, उन्हें पद से हटाने कार्रवाई की जाएगी। बताया गया कि इंदौर के दोनों अध्यक्षों को हटाया जा सकता है। क्योंकि, विनय बाकलीवाल और सदाशिव यादव दोनों बेहद कमजोर अध्यक्ष साबित हुए हैं।
राहुल गांधी की यात्रा में भी उन पर कार्यकर्ताओं ने वे अपने परिवार के लोगों को आगे करने और उन्हें राहुल गांधी से मिलवाने में ज्यादा रुचि दिखाई। राहुल गांधी की राजबाड़े वाली सभा के मंच पर भी कुछ ऐसे लोग थे, जिन्हें मंच पर देखकर कार्यकर्ता नाराज हुए। यहां तक कि राहुल गांधी की सभा का संचालन भी एक भाजपा वाले को दिया गया, जो बाकलीवाल का ख़ास बताया जाता है।
अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश के कई जिला और शहर अध्यक्ष बदलने के साथ कार्यवाहक अध्यक्ष भी नियुक्त होंगे। इंदौर शहर और जिले में भी अध्यक्षों को बदलने की सुगबुगाहट तेज है। भनक लगते ही शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव ने कुर्सी बचाने की जुगत में लग गए हैं। इनकी कोशिश है कि किसी तरह विधानसभा चुनाव तक अध्यक्ष बने रहें।
बाकलीवाल और यादव दोनों ही प्रदेश अध्यक्ष नाथ को साधने में लगे हैं। वे इंदौर जिले के प्रभारी महेंद्र जोशी और विधायकों सहित पार्टी के अन्य बड़े नेताओं का सहारा ले रहे हैं। संगठन को चलाने के लिए किए कामकाज और जनहित में किए गए धरना-प्रदर्शन का ब्यौरा भी दे रहे हैं। पिछले दिनों पदयात्रा के दौरान भी बाकलीवाल और यादव ने अपनी सक्रियता दिखाई, ताकि कुर्सी बची रहे। लेकिन, इनका विकल्प बनने के लिए कई दावेदार प्रदेश अध्यक्ष से लेकर पार्टी के अन्य बड़े नेताओं को साधने में लगे हैं। दावेदारों की सूची में भी नाम बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन, अब शहर और जिला अध्यक्षों के भरोसे पार्टी को नहीं छोड़ा जाएगा। दो कार्यवाहक अध्यक्ष भी बनाए जाएंगे।