महाकाल मंदिर में VIP कल्चर समाप्त करेगी कांग्रेस,सिर्फ राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, PM, CM और CJ ही होंगे VIP
उज्जैन।
महाकाल मंदिर में नेताओं और अफसरों के वीआईपी कल्चर से परेशान आम श्रद्धालुओं की भावनाओं की परेशानी को दूर करने कांग्रेस इस बार अपने चुनावी घोषणा (वचन) पत्र में वादा करने जा रही है। वह महाकाल के भक्तों से वादा करेगी कि उसकी सरकार आते ही मंदिर के अंदर वीआईपी कल्चर को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। कांग्रेस का वादा रहेगा कि उसकी सरकार बनी तो उसकी भी सरकार के मंत्री, संतरी भी आम श्रद्धालुओं की ही तरह लाइन में लगकर ही बाबा महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। उन्हें मंदिर के अंदर दर्शन के लिए वीआईपी सुविधा नहीं दी जाएगी। इस वादे को शामिल करने कांग्रेस की वचन पत्र समिति में विचार हो चुका है।
दरअसल महाकाल मंदिर में इन दिनों वीआईपी कल्चर को लेकर आम श्रद्धालुओं में बढ़ रही नाराजगी के बाद कांग्रेस ने यह तय किया है कि वह देश और प्रदेश के चुनिंदा लोगों को बाबा महाकाल के दर्शन के लिए VIP की सुविधा देगी। जिसमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के अलावा जिन लोगों को अति सुरक्षा प्रदान की गई है उन्हें ही यह VIP सुविधा देते हुए दर्शन करवाएगी। इसके अलावा वह किसी को भी अलग से बाबा महाकाल के दर्शन नहीं करने देगी।
गृभ गृह और नंदी गृह में टिकट लेकर जाकर दर्शन करने वाली व्यवस्था को बंद करने का वादा भी कांग्रेस करेगी।
इस व्यवस्था पर जब प्रदेश कांग्रेस की वचन पत्र समिति के अंदर चर्चा हुई तो यह भी बात सामने आई थी कि मंत्री और बड़े अफसरों का फिर क्या होगा। जिस पर यह तय किया गया कि सभी आम श्रद्धालुओं की तरह ही दर्शन करेंगे। दर्शन के लिए इन्हें वीआईपी सुविधा नहीं दी जाएगी।