फीका सा रहा कांग्रेस का विजय शंखनाद…!

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कन्फ्यूज भाजपा कार्यकर्ता और मुद्दे छीनती कांग्रेस...

फीका सा रहा कांग्रेस का विजय शंखनाद…!

जिस तरह से कांग्रेस के विजय शंखनाद की कल्पना की जा रही थी कि पूरा महाकौशल ही जबलपुर में उमड़ पड़ेगा, ऐसा 12 जून 2023 को नजर नहीं आया।‌ सबसे बड़ी बात यह है कि जिन पांच वचन की लांचिंग कांग्रेस ने बहुत पहले ही कर दी थी, उन्हीं पांच वचन को प्रियंका गांधी के हवाले कर दिया गया। इनमें से एक वचन नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह देने के मुद्दे पर भाजपा सरकार ने कांग्रेस को बैकफुट पर पहले ही धकेल दिया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के विजय शंखनाद के दो दिन पहले 10 जून 2023 को जबलपुर में ही लाड़ली बहना महोत्सव मनाकर हजारों की संख्या में मौजूद लाड़ली बहनों की उपस्थिति में प्रदेश की सवा करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में एक-एक हजार रुपए जमा कर दिए और भरोसा दिला दिया कि यह राशि तीन-तीन हजार रुपए प्रति माह तक करेंगे। और यह बात तय है कि कांग्रेस के वचन से ज्यादा राशि भाजपा सरकार विधानसभा चुनाव से पहले लाड़ली बहनों के खाते में जमा करना शुरू कर देगी। तब पांच में से एक वचन पूरी तरह से कांग्रेस के खेमे में निराशा भर देगा। इसके बाद बात महिलाओं को 500 रुपए प्रति सिलेंडर देने का दूसरा कांग्रेस का वचन भी भाजपा सरकार और शिवराज के टारगेट पर होगा। जब उन्होंने खुद को लाड़ली बहनों का सगा भैया मान ही लिया है, तो फिर सिलेंडर पर छह सौ रूपए सब्सिडी देने की बात भाई और लाड़ली बहनों के बीच दीवार कैसे बन सकती है। जिस दिन भैया भावुक हो गए, कहो उसी दिन कांग्रेस के पांच सौ रुपए प्रति सिलेंडर से सौ रुपए कम पर सिलेंडर देने का तौहफा बहनों को दे दें। अब राखी का त्यौहार भी तो करीब है, सो जब तीन-तीन हजार बहनों को भैया दे ही रहे हैं तो सात सौ रुपए और देने में कंजूसी की बात ही क्या है।

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बात तीसरे वचन किसानों की कर्जमाफी की करें, तो कांग्रेस के विजय शंखनाद के एक दिन बाद ही 13 जून 2023 को मामा शिवराज सिंह चौहान राजगढ़ में किसान महाकुंभ में शिरकत करेंगे। इसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में प्रदेश भर के किसानों की सुध सरकार लेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान-कल्याण महाकुंभ में किसान भाईयों को शामिल होने की अपील की है। किसान महाकुंभ में किसानों के ऋण की ब्याज माफी, फसल बीमा और मुख्यमंत्री किसान-कल्याण की राशि किसानों के खातों में डाली जाएगी।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमने किसानों के ऋण पर ब्याज की राशि राज्य सरकार की ओर से भरवाने की बात कही थी। राजगढ़ में 13 जून को किसान- कल्याण महाकुंभ में किसानों के ब्याज की राशि उनके बैंक खातों में जमा की जाएगी, जिससे किसानों को कृषक सोसायटी से खाद-बीज मिल सकेगा।  किसान-कल्याण महाकुंभ में फसल बीमा योजना के 2900 करोड़ रूपए भी किसानों के खातों में डाले जाएंगे। मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना के 2 हजार रूपए भी सभी पात्र किसानों के खातों में अंतरित होंगे। सरकार के नजरिए में किसान-कल्याण महाकुंभ किसानों के कल्याण के लिए हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का प्रकटीकरण है। किसान भाई अधिक से अधिक संख्या में राजगढ़ के किसान महाकुंभ में शामिल हों। सभी जिला मुख्यालयों तथा सोसायटी मुख्यालयों पर भी कार्यक्रम होंगे। किसान भाई इन कार्यक्रमों में आएँ, महाकुंभ से वर्चुअली जुड़ें और संवाद में शामिल हों। यानि कांग्रेस के किसान कर्जमाफी के मुद्दे को भी भाजपा सरकार खत्म करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। और जैसा शिवराज ने लाड़ली बहनों के लिए कहा था कि पैसे का इंतजाम होता जाएगा और वह लाड़ली बहनों की प्रति माह राशि में इजाफा करते जाएंगे। किसी सुबह जब सूरज के मिजाज नर्म होंगे, तब शिवराज किसानों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए किसान कर्जमाफी जैसा बड़ा सरप्राइज गिफ्ट भी दे सकते हैं।

एक बड़ा मुद्दा सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन प्रणाली का है। पेंशन के दायरे से बाहर हो चुके वर्ष 2000 के बाद नौकरी पाए सरकारी कर्मचारियों अधिकारियों की दुखती रग ही यही है। भाजपा सरकार दूर खड़े होकर फिलहाल पेंशन और पेंशनर्स के मुद्दे पर नजर तो गढ़ाए ही है। रास्ता भी ढूंढने में लगी होगी। भाजपा सरकार के मन में इसकी काट पाकर विधानसभा चुनाव से पहले उसे लागू कर कमल खिलाने की योजना पर अमल करना प्राथमिकता होगी। तो पांचवा वचन यही कि सौ यूनिट बिजली माफ और दो सौ यूनिट बिजली का दाम हाफ। यह योजना भी कसौटी पर परखी जा रही होगी।
खैर मूल बात तो यही है कि कांग्रेस के इन वचनों का मध्यप्रदेश में इतना ढिंढोरा पिट चुका था कि जब प्रियंका गांधी के मुंह से जब यह वचन निकले, तो श्रोताओं को इसमें कुछ नया फील नहीं हो पाया। कांग्रेस को या तो अपने उन वचनों को प्रियंका के मध्यप्रदेश आने तक सहेजकर रखना चाहिए था और फिर प्रियंका गांधी के हवाले यह पांचों वचन कर दिए जाते। तो शायद मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ आबादी के लिए प्रियंका की यह बातें कुछ नई लग रहीं होतीं। और नर्मदा आरती और हनुमान जी की गदा का हार्ड हिंदुत्व कांग्रेस एजेंडा भी लोगों पर असर कर पाता। पर होगा तो वही जो हनुमान जी की मंशा होगी…। 12 जून 2023 की खास बात यह भी रही कि विष्णु-शिव की जोड़ी विजयराघवगढ़ में धर्म के रंग में रंगी रही और प्रियंका गांधी को लेकर दोनों विभूतियां धर्म के मंच से कुछ नहीं बोलीं। हां शिवराज ने सकारात्मक तौर पर लाड़ली बहनों संग अपनी बात बखूबी साझा की…।