@ Indore : शादी के बाद भी पत्नी से फोन पर बात करने वाले उसके पुराने आशिक की पति ने सुपारी देकर हत्या करवा दी। बायपास पर सेज यूनिवर्सिटी के पास बुधवार सुबह जो शव मिला वो उसी अश्विन यादव का था, जिसे गोपाल पगारे ने डेढ़ लाख रूपए देकर मरवाया। पुलिस ने 24 घंटे में पूरे कांड की कड़ियां जोड़ते हुए मुख्य षड्यंत्रकर्ता पति और उसके दो साथियों को पकड़ लिया। एक की तलाश जारी है।
तेजाजी नगर पुलिस को बुधवार सुबह सूचना मिली कि सेज यूनिवर्सिटी के पीछे कच्चे रास्ते पर पहाड़ी के ऊपर खाली मैदान में एक शव पडा है। शव के पास एक नीले रंग का लोडिंग वाहन खडा है। पुलिस ने मौके पर पाया कि मृतक अश्विन यादव की अज्ञात आरोपियों ने चाकू से गोदकर हत्या की है। मर्ग कायम कर हत्या का प्रकरण कायम किया गया। पुलिस टीम ने प्रकरण की विवेचना के दौरान पाया गया कि मृतक का अपनी पड़ोस में रहने वाली युवती से दोस्ती थी, जिसको लेकर मृतक एवं उसके पति व परिजनों के बीच में मतभेद चल रहे थे।
युवती के पिता से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि मेरी लड़की की शादी 4 महीने पहले हुई थी। अश्विन यादव मेरी लडकी से शादी से पहले बात करता था और परिवार को पता चलने पर दोनों परिवारों में चर्चा हुई। मृतक अश्विन यादव ने कहा था कि मैं अब लड़की से बात नहीं करूँगा। हम दोनों परिवार की आपसी सहमति हो गई कि अश्विन लड़की से बात नहीं करेगा। किन्तु लड़की की शादी के बाद भी अश्विन कभी-कभी लड़की के ससुराल में फोन लगाता था। यह बात मुझे मेरे दामाद ने बताई।
लड़की के पति गोपाल पगारे से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मैं मकान बनाने का काम करता हूँ। घटना के संबंध में पूछताछ करते समय वो पुलिस को गुमराह करने लगा। तब उससे उसकी दो-तीन की दिनचर्या पूछी जो उसके बताए अनुसार तस्दीक करने पर और फोन की लोकेशन की जांच करने पर गलत पाई गई। घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर गोपाल पगारे टूटकर बोला कि मेरी शादी 4 महिने पहले हुई थी मेरी पत्नि से उसके मायके के पड़ोस में रहने वाले अश्विन यादव शादी से पहले बात करता था। शादी के बाद भी चोरी चुपके फोन लगाता था। यह मुझे मुझे पता चली तो मैंने अपने ससुराल पक्ष को बताया तब ससुराल पक्ष वालों ने अश्विन यादव को समझाइश दी! लेकिन, अश्विन नहीं माना और मेरी पत्नी से बात करने के लिए फोन लगाता रहा।
तब मैंने अश्विन की हत्या कराने की योजना बनाई। डेढ महिने पहले मुझे दिनेश प्लास्टर वाले के यहाँ राजू बघेल मिला जिससे मेरी पहचान हो गई। मैंने राजू कनास को बोला कि मुझे एक व्यक्ति को निपटवाना हैं। उसके कुछ दिन बाद राजू बघेल ने बोला कि मेरी शादी है, मुझे पैसों की जरूरत है, मैं तुम्हारा काम करवा दूँगा। मेरी बात राजू बघेल से अश्विन यादव को मरवाने के लिए डेढ़ लाख रुपये में तय हुई। मैंने राजू बघेल को चोइथराम मंडी के पास अश्विन यादव का लोडिंग छोटा हाथी दिखाया जिस पर अश्विन यादव का मोबाइल नंबर भी लिखा था। फिर राजू बघेल ने दो तीन दिन तक अश्विन यादव की रेकी की और उसके लोडिंग ऑटो पर लिखे नंबर को सेव कर लिया।
राजू बघेल रविवार को दो लड़के लेकर आया जिनके नाम अनार सिंह और सुनिल थे। तीनों से मैं राऊ रंगवासा रोड पर मिला तथा हमारी बातचीत हुई। फिर मैने तीनों को अपनी बाइक पर बैठाया व कुंदन नगर में अपने काका ससुर हुकुम के निर्माणाधीन मकान में तीनों को रुकवा दिया। सोमवार सुबह अनार का फोन आया कि हमने अश्विन यादव को सेज यूनिवर्सिटी के ऊपर खाली मैदान में चाकुओं से गोदकर मार दिया है, तुम्हारा काम हो गया है। पुलिस ने गोपाल पगारे को गिरफ्तार कर लिया। हत्या करने वाले आरोपी राजू कनाश पिता धनसिंह कनाश, और अनार सिंह पिता रूगनाथ डाबर को गिरफ्तार कर लिया है। घटना का एक आरोपी सुनील मंडलोई की गिरफ्तारी शेष है।