
Controversial 90 Degree Bridge: भोपाल ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज में कोताही- तत्कालीन ENC पर गिर सकती है गाज,जिम्मेदार इंजीनियरों पर भी जल्द एक्शन
रामानंद तिवारी
भोपाल। Controversial 90 Degree Bridge: भोपाल में ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज में कोताही भारत ने को लेकर तत्कालीन ENC पर भी गाज गिर सकती है। इसी मामले में जिम्मेदार इंजीनियरों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई अब कभी भी हो सकती है।
भोपाल के ऐशबाग रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में हुई गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही जल्द होगी। उक्त कार्य के निर्माण में तत्कालीन ENC पर भी शासन सख्त नजर आ रहा है। क्योंकि वर्ष 2021 में रेलवे ने उक्त पुल के मामलें में विभाग को आगाह किया था। इसके बावजूद 28 अगस्त 2024 को जीपी वर्मा ने बिना रेलवे की सहमति के एडिशनल पीलर बनाए जाने की स्वीकृति दे दी।
रेलवे के उक्त पत्र को विभाग के जिम्मेदार नुमाइंदों ने ठंडे बस्ते में डाले रखा। जिससे इतनी बड़ी चूक हो गई।
*मामले को लेकर CM एवं CS गंभीर*
मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं मुख्य सचिव अनुराग जैन ने मामलेेें को गंभीरता से लिया है। हालांकि मुख्यमंत्री यादव ने स्पष्ट किया है कि जब तक ब्रिज में की गई त्रुटि का सुधार नहीं हो जाता तब तक उक्त ब्रिज का उद्घाटन नहीं किया जायेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव ने मामले की गंभीरता को लेते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाहीं के निर्देश दिए है।
*”इन अफसरों पर हो सकती है एक-दो दिन में कार्यवाही“*
मुख्य सचिव के निर्देश के बाद विभाग अलर्ट मोड पर है। विभाग ने मूल दस्तावेज तलब किए है। जिस पर निर्णय एक-दो दिन में लिया जायेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा करवाई गई जांच की रिपोर्ट में मुख्य अभियंता संजय खाण्डे,जीपी वर्मा,डिजाइन इंजीनियर कार्यपालन यंत्री सबाना रज्जाक को जिम्मेदार माना गया है। तत्कालीन ENC के खिलाफ भी विभाग कार्यवाही करेगा। क्योंकि रेलवे ने लोक निर्माण विभाग के पुल निर्माण से संबंधित पत्र लिखे थे। रेलवे के उक्त पत्रों की अनदेखी जिन-जिन जिम्मेदार अफसरों ने की है,उन सब के खिलाफ विभाग कार्यवाही करेगा।
विभाग की जांच समिति की रिपोर्ट के अनुसार 2018 में जो डिजाइन तैयार की गई थी। उस डिजाइन में 45 डिग्री का मोड़ था। बाद मे 2021 में उस डिजाइन को बदला गया।





