जहां विधायकों की पसंद का जिला अध्यक्ष नहीं वहां पर कॉर्डिनेशन,प्रदेश प्रभारी की बैठक में बताई परेशानी

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जहां विधायकों की पसंद का जिला अध्यक्ष नहीं वहां पर कॉर्डिनेशन,प्रदेश प्रभारी की बैठक में बताई परेशानी

भोपाल: कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान में बनाए गए जिला अध्यक्षों को अब कॉर्डिनेशन की कमी झेलना पड़ रही है। जिले के ताकतवर और असरदार नेताओं की पंसद के जिला अध्यक्ष नहीं बनने के चलते कॉर्डिनेशन की कमी सामने आई है। यह बात जिला अध्यक्षों ने स्वयं प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी से साथ हुई बैठक में बताई है। गौरतलब है कि इन दिनों प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी हरीश चौधरी रविवार से संभागवार जिला अध्यक्षों की बैठक ले रहे हैं।

हरीश चौधरी अब तक भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल और इंदौर की बैठक रविवार और सोमवार को ले चुके हैं। इस बैठक में भोपाल संभाग के विदिशा, राजगढ़, सीहोर, भोपाल शहर, भोपाल ग्रामीण और रायसेन जिला अध्यक्षों को स्थानीय नेताओं से कॉर्डिनेशन में कमी बनी हुई है। इसी तरह नर्मदापुरम जिले में नर्मदापुरम जिले में भी यह परेशानी है।

सबसे ज्यादा परेशानी हरदा जिला अध्यक्ष मोहन साई के साथ हैं, जिले के कांग्रेस के दो विधायक हैं, हरदा से आरके दोगने और टिमरनी से अभिजीत शाह। मोहन साई दोनों ही विधायकों की पंसद के नहीं है, नतीजे में उन्हें विधायकों से साथ समन्वय बनाने की दिक्कत आ रही है। इसी तरह ग्वालियर और चंबल संभाग के कुछ जिलों में भी जिला अध्यक्षों के क्षेत्र के विधायकों के साथ समन्वय बनाने में परेशानी आ रही है। यही स्थिति इंदौर संभाग के कुछ जिलों के अध्यक्षों की है।

हालांकि इन सभी जिला अध्यक्षों को प्रदेश संगठन की ओर से आश्वासन दिया गया है कि वे इस संबंध में क्षेत्र के सभी नेताओं से बात करेंगे और समन्वय बनाने का प्रयास करेंगे।

मंगलवार को भी दो संभागों की बैठक

इधर मंगलवार को भी दो संभागों की बैठक हैं। इसमें सुबह उज्जैन संभाग के जिला अध्यक्षों की बैठक हुई। इस बैठक में उज्जैन शहर, उज्जैन ग्रामीण, नीमच, मंदसौर, रतलाम शहर, रतलाम ग्रामीण, देवास, शाजापुर, आगर मालवा जिलों के अध्यक्ष शामिल हुए। वहीं सागर संभाग की बैठक दोपहर में होगी। जिसमें सागर शहर, सागर ग्रामीण के साथ ही छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना, दमोह के जिला अध्यक्ष बैठक में शामिल होंगे।