कोरोना संकट टला नहीं फिर भी आॅनलाईन सवाल से दूर विधायक

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आगामी विधानसभा सत्र में सदन में गूंजेगी नीति आयोग की रिपोर्ट और प्रदेश की गरीबी ...

भोपाल:मध्यप्रदेश में अभी कोरोना संकट पूरी तरह टला नहीं है। कोरोना के नये वेरीएंट ओमीक्रान के फैलने का संकट डेल्टा वेरीएंट से ज्यादा है लेकिन इसके बाद भी विधायकों की ऑनलाईन सवाल पूछने में ज्यादा रुचि नहीं है। बीस दिसंबर से शुरु होंने जा रहे विधानसभा सत्र के लिए इस बार भी ऑफलाईन सवालों की संख्या ऑनलाईन से अधिक है।

विधानसभा सत्र के लिए आए 1578 सवालों में से केवल 699 सवाल ही आॅनलाईन विधानसभा सचिवालय के पास पहुंचे है।

इसी माह बीस दिसंबर से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरु होंने जा रहा है। पांच दिवसीय इस सत्र के लिए इस बार विधायकों ने 879 आॅफलाईन सवाल पूछे है। जबकि आॅनलाईन सवाल पूछने की सुविधा का लाभ कम विधायकों ने उठाया है। केवल 699 सवाल ही आॅनलाईन पूछे गए है।

जो सवाल विधानसभा सचिवालय के पास पहुंचे है उनमें 825 तारांकित और 753 सवाल अतारांकित पूछे गए है। इस बार भी कांग्रेस विधायकों के सवाल ज्यादा है। कांग्रेस विधायकों की ओर से सत्र के लिए सर्वाधिक 1089 सवाल आए है। कांग्रेस ने इस बार भी प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, यूरिया संकट, बिजली के भारी-भरकम बिल, बेरोजगारी, भ्रटाचार,महंगाई, स्मार्ट सिटी के नाम पर वित्तीय अनियमितता और आदिवासी वर्ग के लिए आई राशि की बंदरबांट से जुड़े सवालों के जरिए सत्ता पक्ष को घेरने की तैयारी की है। इस बार विधानसभा सत्र में राज्य सरकार अनुपूरक बजट लाएगी इसके अलावा पंचायत और नगरीय प्रशासन से जुड़े कुछ विधेयक भी सत्र में लाए जाएंगे।

*कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बीस को-*

इस बार सत्र में क्या रणनीति होगी इसे तय करने के लिए नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने विधानसभा सत्र के एक दिन पहले 19 दिसंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। वहीं कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बीस दिसंबर को ही होगी। इसमें सत्र के विषयों को चर्चा का समय तय होगा।