Indore : कोरोना की तीसरी लहर ने इंदौर पुलिस को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया। एक IPS पुलिस अधिकारी समेत आधा दर्जन TI और कई पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
राहत की बात है कि किसी की भी हालत गंभीर नहीं है। इन्दौर में मंगलवार को 1169 नए संक्रमित सामने आए जो तीसरी लहर का सर्वाधिक आंकड़ा है।
इंदौर में कोरोना दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से पैर पसार रहा है। रोज कोरोना वायरस का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
शहर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सहित एक सहायक पुलिस आयुक्त और आधा दर्जन थाना प्रभारी इस समय कोरोना वायरस की चपेट में आ गए। अलग-अलग क्षेत्र के थाना प्रभारी फिलहाल अपना इलाज करवा रहे हैं। इधर अधिकारियों के साथ ही कई पुलिसकर्मी भी कोरोना की चपेट में आए है हालांकि उनका आंकड़ा साफ नहीं हो पाया है।
मंगलवार देर रात जारी आंकड़ों के मुताबिक इंदौर में संक्रमितों की संख्या एक हजार के पार होकर 1169 तक पहुंची। संक्रमण दर जो एक दिन पहले 9.52% थी, वो बढ़कर 11.28 % हो गई। इससे चिंता बढ़ी, पर अधिकांश संक्रमित ए-सिम्प्टोमैटिक हैं। उन्हें होम आइसोलेट किया गया है। कोरोना से पुलिस वालों की संख्या भी अचानक बढ़ी है।
दिसम्बर 2020 में जब पहली लहर पीक पर थी, तब 1 दिसंबर को भी संक्रमण दर 11.28%% थी। तब हालात खराब थे और कई मरीज ऑक्सीजन और आईसीयू में थे। लेकिन सुकून का विषय यह है कि संख्या जो भी हो लेकिन अब सभी की हालत ठीक है और अस्पताल में ऑक्सीजन की जरूरत भी नहीं पड़ रही। कोरोना मरीजों की संख्या को लेकर प्रशासन और जिला क्राइसिस कमेटी को इस बात की राहत है कि किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं है। लोग पांच दिन में डिस्चार्ज हो रहे हैं।
कोविड कंट्रोल रूम से होम आइसोलेशन के मरीजों को फोन लगाकर व वीडियो कॉल लगाकर फीड बैक किया जा रहा है। उसमें भी मरीजों द्वारा खुद को काफी बेहतर बताया जा रहा है। हालांकि, अब जो नए 1169 मरीज मिले हैं, इसे लेकर 38 टीमें उनकी हिस्ट्री निकालने में जुटी है तथा उन्हें होम आइसोलेट कर उनके परिवार व नजदीकी लोगों के सैम्पल लिए जाएंगे। जिनके पास अलग से रूम की व्यवस्था नहीं हैं या जो कोमॉर्बिड हैं उन्हें अस्पताल में एडमिट किया जा रहा है। अभी 4825 एक्टिव मरीज हैं जबकि 213 को डिस्चार्ज किया गया है।