New Delhi : देश में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। कई नेता और अभिनेता भी इसकी चपेट में आ गए। गायक और टीएमसी नेता बाबुल सुप्रियो (Babul Supriyo) और उनका परिवार कोरोना पॉजिटिव हो गया। उन्होंने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। सुबह दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल और BJP नेता मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) भी कोरोना संक्रमित निकले। महाराष्ट्र में भी कई नेताओं के संक्रमित होने की जानकारी सामने आई।
बाबुल ने ट्वीट किया कि ‘मैं, मेरी पत्नी और कई स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाए गए। लेकिन, मुझे चिंता इस बात की है कि गंभीर रूप से बीमार कोरोना के मरीजों को दिए जाने वाले कॉकटेल वैक्सीन की कीमत 61 हजार रुपए हैं। मेरे पिता की आयु 84 वर्ष है और इस कॉकटेल की उन्हें फौरन जरूरत है, मुझे खरीदना पड़ेगा। लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर लोग इसे खरीद पाएंगे?’
बंगाल में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। कोलकाता के तीन अलग-अलग अस्पतालों में 100 से अधिक डॉक्टर पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। बंगाल में रविवार को कोविड के 6,153 नए केस सामने आए थे।
महाराष्ट्र में दर्जन भर मंत्री संक्रमण की चपेट में
महाराष्ट्र के नगर विकास मंत्री और शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को कोरोना हो गया। शिवसेना के सांसद अरविंद सावंत (Arvind Sawant) को भी कोरोना हो गया। कुछ दिनों से राज्य के अनेक नेताओं के कोरोना संक्रमित होने की खबरें आई। मंत्रिमंडल के कुछ मंत्री और विधायकों के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने दी। यह सिलसिला बढ़ रहा है। इस सूची में अब मंत्री एकनाथ शिंदे और सांसद अरविंद सावंत का नाम जुड़ गया। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित पाए गए नेताओं में NCP विधायक रोहित पवार, शिवसेना के वरुण देसाई, BJP विधायक अतुल भातखलकर का भी नाम है।
डिप्टी सीएम ने चिंता जताई
दो दिनों पहले एक सभा में Deputy CM अजित पवार ने मंत्रियों और नेताओं के तेजी से कोरोना संक्रमित होने पर चिंता जताते हुए कहा था कि जब अधिवेशन 5 दिनों का हुआ तब 10 से ज्यादा मंत्री और 20 से ज्यादा विधायक कोरोना संक्रमित पाए गए। अगर अधिवेशन कुछ और दिन चलता तो आधा मंत्रिमंडल कोरोना पॉजिटिव हो जाता। उन्होंने यह भी स्पष्ट कहा था कि जहां भी भीड़ अधिक दिखाई दे, मैं उस कार्यक्रम में शामिल नहीं होऊंगा। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर हम नेता ही कोरोना के नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो किस मुंह से जनता से यह उम्मीद करें कि वे कोरोना के नियमों का पालन करें।