Councilor Husbands Fired : निगम कमिश्नर ने पार्षद पतियों को बैठक से बाहर किया!
Indore : नगर निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह ने कांग्रेस की महिला पार्षदों के पतियों को बैठक से बाहर कर दिया। कांग्रेस पार्षद दल के साथ हुई इस बैठक में निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह ने स्पष्ट किया कि चुनी हुई महिला पार्षद सक्षम जनप्रतिनिधि है, बैठक में वे ही अपनी बात रखें। बीजेपी हो या कांग्रेस, मैंने कई बार देखा है कि बैठकों में पार्षद के अलावा तमाम लोग आ जाते हैं। आयुक्त के तीखे तेवर देखकर बैठक से मौजूद पार्षद पति निकल गए।
देखिए वीडियो-
निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह ने कांग्रेस पार्षदों की बैठक में से पार्षद पतियों को बाहर करके एक नई व्यवस्था शुरू की। विकास कार्यों की बैठक और वर्क आर्डर के लिए सभी कांग्रेस पार्षदों ने निगम कमिश्नर के साथ बैठक में भाग लिया। लेकिन, कांग्रेस पार्षदों की जगह उनके पति बैठक में पहुंच गए और अपने वार्ड की समस्याएं बताने लगे।
इस पर निगम कमिश्नर ने पूछा कि आप कौन हैं? तो कांग्रेस की महिला पार्षद के पति रफीक खान ने कहा कि पार्षद पति हूं। इस पर निगम कमिश्नर ने पूछा कि पार्षद कहां है? रफीक खान ने कहा घर पर हैं! इस पर कमीश्नर ने कहा कि उनको ले आएंगे। आपने कहा इसलिए अगली बार उनके साथ आएंगे। कमिश्नर ने अंसार अनवर दस्तक और सादिक खान को भी बाहर कर दिया। क्योंकि, ये भी अपनी पत्नियों की जगह बैठक में आए थे।
देखिए वीडियो: क्या कह रही हैं, महिला पार्षद रुबीना इकबाल खान-
इस मामले में कांग्रेस की महिला पार्षद रुबीना इकबाल खान ने कहा कि यह परंपरा ठीक नहीं है। कायदा भी कहता है कि जो चुनकर आया वही मीटिंग में जरूर आएं। जरूरत पड़े तो किसी को अपने साथ ले आएं, पर उनका प्रतिनिधित्व पति नहीं करें।
अकसर देखने में आया है कि कई महिला पार्षदों के पति इसी तरह नगर निगम की बैठकों में शामिल होते हैं। जनता के वोटों से चुनकर आई महिला पार्षद बैठकों में नहीं आती। यह कई सालों से हो रहा है, पर अभी तक किसी ने सख्ती नहीं दिखाई, इसलिए ढर्रा चल रहा था। पार्षद पतियों का वर्चस्व जनता द्वारा चुनी हुई पार्षद (पत्नियों) से ज्यादा नजर आता है।