Crack in Mortakka Bridge : मोरटक्का पुल में दरार के बाद यातायात रोका, NHAI ने जांच की!
ओंकारेश्वर से जयप्रकाश पुरोहित की रिपोर्ट
Omkareshwar (Khandwa) : 70 साल पुराने इंदौर-इच्छापुर हाईवे के मोरटक्का पुल में दरार देखी गई! इस कारण इस पुल से वाहनों का आवागमन रोक दिया गया। नर्मदा का जलस्तर सामान्य होने के बाद भी बुधवार को पुल से वाहन नहीं जाने दिए गए। पुल का पानी उतरने पर दरार दिखी। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने जांच की है। SDM, CEO बड़वाह-पुनासा सहित NHAI के अधिकारियों ने मोरटक्का पुल का किया। करीब 90 मिनट के निरीक्षण के बाद भी अधिकारी और इंजीनियर कोई निर्णय नहीं ले सके। उन्होंने कहा कि आवागमन के लिए अभी इंतजार करना होगा। NHAI की जांच रिपोर्ट आने तक पुल पर यातायात रोक दिया गया।
लगातार पानी का बहाव झेलने के बाद इंदौर-इच्छापुर हाईवे के मोरटक्का के पुल के पिलर में दरार दिखाई दी थी। इस दरार को 3 साल पहले नर्मदा में आई बाढ़ के बाद भी नागरिकों ने देखा था। लेकिन, इस बार 2 दिन से लगातार पानी सहने के बाद बुधवार को वह दरार बढ़ी देखी गई। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर निरीक्षण किया।
खेड़ीघाट के एक नाविक ने बताया कि पुल के दूसरे नंबर वाले खंभे में जो दरार दिख रही है वह बहुत पुरानी है। इधर एनएचआइ के असिस्टेंट इंजीनियर प्रशांत शिवहरे ने बताया कि पुल के पिलर में दरार की सूचना के बाद जायजा लिया है। सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं की गई है। जांच रिपोर्ट के उपरांत ही निर्णय लिया जाएगा।
ओम्कारेश्वर बांध के 24 अगस्त को 18 गेट खुले, जिससे 9040 और आठ टरबाइन से 1659 कुल 10699 क्युमेक्स पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। बुधवार सुबह के बाद डिस्चार्ज आधा करने से शाम 6 बजे तक ओंकारेश्वर में पानी का जलस्तर 5 मीटर कम हो गया था। शाम को टरबाइन चालू करने से फिर एक मीटर जल स्तर बढ़ गया। बांध का लेवल 193.97 मीटर है।
आज निर्णय लिया जाएगा – नरोत्तम मिश्रा
ब्रिज के बारे में आई दरार को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज भोपाल में कहा कि इस संबंध में कलेक्टर खंडवा से बात हुई है। ब्रिज को चालू करने के संबंध में आज निर्णय लिया जाएगा।