भोपाल:
प्रदेश पुलिस अकादमी में मंगलवार से शुरू हुई सायबर क्राइम इंवेस्टीगेशन एवं इंटेलीजेंस समिट के दूसरे दिन आज आॅन लाइन गेमिंग और गेम्बलिंग पर लगाम कसने को लेकर पुलिस और वरिष्ठ वकीलों के बीच में विचार विमर्श हुआ।
आज के पहले सत्र में केरल के एडीजी और भोपाल पुलिस जोन के एडीजी सहित अन्य पुलिस अफसरों के पैनल ने इस पर विचार किया।
आॅन लाइन गेमिंग और आॅन लाइन गेम्बलिंग युवा वर्ग पर कैसे असर कर रहा है। इस पर विस्तार से चर्चा की।
इस पैनल में केरल के एडीजी मनोज अब्राहिम, एडीजी भोपाल ए साई मनोहर और संजय सहाय पूर्व एडीजी कर्नाटक हैं। तीनों ने अपने विचारों में बताया कि युवाओं के साथ ही बच्चे भी आॅन लाइन गेम से प्रभावित होते हैं। यह बड़ी चुनौती है, इसके चलते कई बार बड़ी घटनाएं हो जाती है। जिन पर नियंत्रण के लिए लोगों को जागरुक होना होगा। इसी तरह गेम्बलिंग से भी युवाओं को बचाना होगा, इसके जरिए कई बार बड़ी ठगी का शिकार लोग हो जाते हैं।
सुबह के इस सत्र के बाद दोपहर में सायबर मामलो के विशेषज्ञ रक्षित टंडन ने बताया कि आॅन लाइन गेमिंग और गेम्बलिंग का किस तरह का ट्रेंड दिन दिनों दुनिया में चल रहा है। उन्होंने भी यह बताया कि यह टेंड यदि एक स्तर से ज्यादा हो जाता है तो घातक होता है। इसलिए इसकी लत न लगे, इसके दुष्परिणामों का प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए। इन दो सत्रों के बाद एडीजी भोपाल ए साई मनोहर इस संबंध में बने कानून की जानकारी दी, ताकि आम लोग कानून को लेकर जागरुक रहे और आरोपी के पकड़ाने पर पुलिस किस कानून के तहत ऐसे लोगों पर कार्यवाही कर सके।