Cyber Attack : मशहूर कंपनी पर साइबर अटैक, 7 हजार करोड़ रुपए साफ हुए, कंप्यूटर लॉक!

फरवरी में चोरी हुई थी सिस्‍टम से जरूरी जानकारी, इसके बाद हमलावरों को मौका मिला!  

183

Cyber Attack : मशहूर कंपनी पर साइबर अटैक, 7 हजार करोड़ रुपए साफ हुए, कंप्यूटर लॉक!

London : ब्रिटिश रिटेल कंपनी M&S साइबर हमले का शिकार हो गई। इसके चलते उसके कई आउटलेट बंद हो गए और ऑनलाइन ऑर्डर बाधित हुए। ‘स्कैटर्ड स्पाइडर’ नामक ग्रुप ने रैंसमवेयर का इस्तेमाल कर कंपनी के सिस्टम को लॉक कर दिया, जिससे भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। अभी तक कामकाज पूरी तरह बहाल नहीं हुआ है।

रिटेल आउटलेट चलाने वाली मशहूर ब्रिटिश कंपनी M&S (मार्क्‍स एंड स्पेंसर) पर साइबर हमला हो ग, या। रिपोर्टों के अनुसार ‘स्कैटर्ड स्पाइडर’ नाम के ग्रुप ने हमला किया और कंपनी के सिस्‍टमों को बाधित कर दिया है। इस वजह से M&S के तमाम आउटलेट बंद हो गए क्योंकि कंप्यूटर काम नहीं कर पा रहे थे। ऑनलाइन ऑर्डर भी नहीं लिए जा सके। लोगों को पेमेंट करने और गिफ्ट कार्ड रिडीम करने में दिक्कतें आईं। कंपनी इस प्रॉब्लम को ठीक करने में जुटी है। बताया जाता है कि हमला बुधवार को किया गया। इससे पहले भी फरवरी में M&S को टारगेट किया गया था।

 

सिस्‍टम से जरूरी जानकारी फरवरी में चोरी हुई  

रिपोर्ट के अनुसार, M&S के सिस्‍टम में फरवरी में भी साइबर अटैक हुआ था। तब हैकर्स ने जरूरी जानकारी चुरा ली। कहा जाता है कि उन्‍होंने NTDS.dit नाम की एक फाइल को चुराया जोकि माइक्रोसॉफ्ट एक्टिव डायरेक्टरी का हिस्सा है। इस चोरी के बाद साइबर हमलावरों को कंपनी के नेटवर्क में अलग-अलग जगहों पर अटैक करने का रास्ता मिल गया।

 

7 हजार करोड़ का नुकसान

‘द गार्जियन’ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि साइबर हमला कई दिनों से जारी है। 21 अप्रैल को भी M&S की सर्विसेज पर असर पड़ा था। कंपनी ऑनलाइन ऑर्डर नहीं ले पाई। आंकड़े बताते हैं कि M&S को रोजाना 3.8 मिलियन पाउंड की सेल ऑनलाइन ऑर्डर से होती है। कई दिनों से जारी इस परेशानी के कारण उसे आर्थिक चोट पहुंची है। एक हफ्ते से भी कम वक्त में कंपनी की शेयर मार्केट वैल्यू 600 मिलियन पाउंड यानी 7 हजार करोड़ रुपये कम हो गई है।

 

लॉक कर देता है कंप्यूटर

24 अप्रैल को साइबर हमलावरों ने ‘ड्रैगन फोर्स’ नाम के रैंसमवेयर की मदद से कंपनी के नेटवर्क पर धावा बोला। उसने M&S के VMware ESXi सिस्टम टार्गेट किया, जिसके चलते सिस्टम यानी कंप्‍यूटरों ने काम करना बंद कर दिया। यह वायरस, कंप्‍यूटरों को लॉक कर देता है। एक बार अपराधी कामयाब हो जाएं तो वह लॉक कंप्‍यूटरों को खोलने के बदले पैसों की डिमांड करते हैं।

रिपोर्टों के अनुसार, कंपनी ने साइबर सिक्‍योरिटी फर्म्‍स से मदद मांगी है। कहा जाता है कि हमला ‘स्कैटर्ड स्पाइडर’ ग्रुप ने किया है, जो कंपनियों को टार्गेट करता है और सिस्‍टमों से बाहर निकलने के लिए पैसों की डिमांड करता है। यह किसी भी ब्रिटिश कंपनी पर हुआ बड़ा साइबर अटैक है। अभी तक यह जानकारी नहीं है कि कंपनी के आउटलेट सही से ऑपरेट कर पा रहे हैं या नहीं।