Cyber Fraud : इनकम टैक्स अधिकारी बनकर 5 लाख 20 हजार की सायबर ठगी!

राज्य साइबर पुलिस की कार्यवाही, करने वाला आरोपी 72 घंटे मे गिरफ्तार!

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Cyber Fraud : इनकम टैक्स अधिकारी बनकर 5 लाख 20 हजार की सायबर ठगी!

Bhopal : भोपाल के प्रसिद्ध ज्वैलर्स से इनकम टैक्स अधिकारी बनकर 5 लाख 20 हजार रुपए की ठगी की गई। यह बदमाश इनकम टैक्स अधिकारियों जैसे VIP मोबाइल नंबर का उपयोग करता था, ताकि प्रभाव डाला जा सके। यह बदमाश बड़े अधिकारियों, नेताओं और मंत्रियों के नाम से फोन करके ठगी की वारदात करता था। वह सोशल मीडिया के जरिए पूर्व में हुई इनकम टैक्स रेड से संबंधित जानकारी इकट्ठा करता था। इस प्रकरण में पकड़े गए आरोपी से एक लाख रुपए जब्त किए गए। इस पर राजस्थान और अन्य राज्यों में 62 से अधिक अपराध पंजीबद्ध है।

आईटी एक्ट के मुख्य आरोपी सुरेश कुमार पिता भंवरलाल (उम्र 40 वर्ष) निवासी पाली (राजस्थान) को 72 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। इस बदमाश ने इनकमटैक्स डिपार्टमेंट में नाम से की लाखों की धोखाधड़ी की है। भोपाल के एक भोपाल के प्रसिद्ध ज्वैलर्स ने 14 अप्रैल को लिखित आवेदन देकर शिकायत की कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताकर 5 लाख 20हजार रुपए धोखाधड़ी कर जमा कराए। 9 मार्च से 19 मार्च के बीच आरोपी ने फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर 5 लाख 20 हजार रुपए तीन बार में अपने बैंक खाते में डलवाए।

रैकी करके दो दिन में पकड़ा

इसकी शिकायत 15 अप्रैल को राज्य सायबर (उच्च तकनीकि) अपराध थाना भोपाल में की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने त्वरित कार्यवाही कराते हुए टीम गठित की। जांच से मिली जानकारी के आधार पर टीम ने 2 दिन रैकी की उसके बाद आरोपी के पाली (राजस्थान) से उसे गिरफ्तार किया गया। उससे मोबाइल फोन, सिम व एक लाख रुपए नकद बरामद किए गए। आरोपी ने इससे पहले भी पूर्व मंत्री, कलेक्टर और बड़े अधिकारियों के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी की है। इस बदमाश पर पूर्वसे ही धोखाधड़ी के 62 से अधिक अपराध दर्ज है।

वारदात का तरीका

यह बदमाश Google Search करके पता करता कि पहले कहां-कहां IT की रेड हुई है। फिर उस कारोबारी तथा आईटी ऑफिसर दोनों की सोशल मीडिया और ऑफीशियल वेबसाइट से रेकी कर जानकारी जुटाता था। इससे कॉल करने पर वो सही व्यक्ति लगता था। फिर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बनकर आईटी अधिकारी के PA को लैंडलाइन पर कॉल करके अधिकारी का मोबाइल नम्बर मांग लेता था। इसके बाद जिसके यहां पहले रेड हुई होती है, उसे कॉल करके खुद को अधिकारी बताकर बात करता था। विश्वास दिलाने के लिए जुटाई हुई जानकारी बताता।

आरोपी सुरेश कुमार पिता भंवरलाल का पूर्व का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। वो कलेक्टर, मंत्रियों के नाम से राजस्थान व अन्य राज्यों में ठगी की वारदात को अंजाम देता था। वर्तमान में एक साल का कारावास काटकर आया है। एक साल की सजा काटने के बाद आरोपी ठगी की वारदातों को अंजाम दिया। घटना में उपयोग किए मोबाइल, सिम कार्ड एटीएम कार्ड व 1 लाख रुपए जब्त किए।