Cyber Thugs Caught : गुजरात से 2 साइबर ठग पकड़ाए, डिजिटल अरेस्ट कर 40.70 लाख की ठगी की!
Indore : एक बड़ी ऑनलाइन ठगी का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने गुजरात की अंतरराज्यीय गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। यह गैंग फर्जी ‘डिजिटल अरेस्ट’ के जरिए लोगों को डराकर ठगी करती थी। गिरोह ने 71 वर्षीय रिटायर्ड व्यक्ति से 40 लाख 70 हजार रुपये ठगे थे। पुलिस ने अब तक इस मामले से जुड़े 23 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
यह गैंग फर्जी सुप्रीम कोर्ट के आदेश और दस्तावेजों का उपयोग कर लोगों को डराती थी। कॉल पर खुद को पुलिस या सीबीआई अधिकारी बताकर ठगी करती थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच पुलिस ने दो आरोपियों को गुजरात से गिरफ्तार किया। इस गिरोह में 20 से ज्यादा आरोपी हैं, जिनकी तलाश जारी है।
मामले में 71 वर्षीय रिटायर्ड सीनियर सिटीजन घनश्याम ने शिकायत की थी, कि उन्हें बांद्रा पुलिस स्टेशन से कथित कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके बैंक अकाउंट से 2.60 करोड़ का ट्रांजेक्शन हुआ है, जो मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है। आरोपी ने गिरफ्तारी का डर दिखाकर कहा कि पैसा आरबीआई के एक विशेष खाते में जमा करें। डर के कारण पीड़ित ने 40 लाख 70 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। बाद में समझ आया कि यह सब फ्रॉड था।
इस मामले एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बुधवार को बताया कि तकनीकी जांच और प्रभावी कार्रवाई के बाद क्राइम ब्रांच ने गुजरात से हिम्मत भाई देवानी और अतुल गिरी गोस्वामी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने ठगी के लिए गैंग को बैंक खाते उपलब्ध कराने की बात स्वीकार की।
इस अंतरराज्यीय गैंग में 20 से अधिक सदस्य हैं, जो फर्जी बैंक खातों और सिम कार्ड का इस्तेमाल कर ठगी करते हैं। राजेश दंडोतिया ने बताया कि गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। पकड़े गए आरोपियों से आगे की पूछताछ में और खुलासे होने की उम्मीद है। यह गैंग रोज कई लोगों को कॉल करके खुद को अधिकारी बताकर ठगने का काम करती थी।