भोपाल:
पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धार्थ मलैया पार्टी में कई पदों पर थे।
दमोह में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इस बात का ऐलान किया। मलैया ने साफ किया है कि वे फिलहाल किसी पार्टी को जॉइन करने नहीं जा रहे, क्योंकि उनकी जड़ें जिस पार्टी से जुड़ी हैं, उसके सिद्धांतों से वे अलग नहीं हो सकते। गौरतलब है कि दमोह उपचुनाव में मिली हार के बाद भाजपा ने सिद्धार्थ को निलंबित कर दिया था। उन पर पार्टी कैंडिडेट के खिलाफ सेबोटेज का आरोप लगा था। हारे पार्टी नेता ने इसकी शिकायत प्रदेश संगठन से की थी।
साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि वर्तमान में हो रहे नगर पालिका चुनाव में प्रत्येक वार्ड से उनका अलग प्रत्याशी चुनाव लड़ेगा, जो निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में होगा। उन्होंने बताया कि यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है इस निर्णय से उनके पिता पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया का कोई लेना-देना नहीं है। सिद्धार्थ मलैया के इस फैसले से वर्तमान में दमोह भाजपा की मुश्किले और बढ़ने वाली है। अब आने वाले चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा अपने किन चेहरों को मोहल्लों में उतारकर वोट मांगती है। फिलहाल सिद्धार्थ मलैया के समर्थक भाजपा को कड़ी चुनौती देने वाले हैं। इससे कांग्रेस को उपचुनाव की तरह फायदा होने की उम्मीद बढ़ गई है।