Dangerous Highway : मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर टक्कर की संभावना ज्यादा! 

नितिन गडकरी बोले 'मैंने 4 CM की गाड़ियों से क्लिप निकलवाए 

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Dangerous Highway : मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर टक्कर की संभावना ज्यादा!

New Delhi : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी मुंबई-अहमदाबाद हाईवे को खतरनाक मानते हैं जहां टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की कार का एक्सीडेंट हुआ! कार ओवरटेकिंग के दौरान सूर्या नदी के पुल पर उनकी कार रोड डिवाइडर से टकरा गई थी। गडकरी का कहना है कि अहमदाबाद-मुंबई एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक वॉल्यूम 1 लाख 25 हजार पैसेंजर कार यूनिट (PCU) है, इसलिए यहां ड्राइविंग के दौरान टक्कर की संभावना बहुत ज्यादा है।

आईएए वर्ल्ड समिट (IAA World Samit) में नितिन गडकरी ने कहा कि 20 हजार या उससे ज्यादा PCU का ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए छह लेन वाली सड़कों की जरूरत है। गडकरी ने साइरस मिस्त्री की सड़क हादसे में हुई मौत पर दुख जताया। उन्होंने ड्राइविंग के दौरान कार में सीट बेल्ट न लगाने को भी गलत बताया। कहा कि कार में पीछे बैठे लोगों के लिए भी सीट बेल्ट लगाना उतना ही जरूरी है, जितना आगे की सीट पर बैठने वालों के लिए। कार एक्सीडेंट में मारे गए मिस्त्री ने सीट बेल्ट नहीं लगाया था।

मुख्यमंत्रियों की कारों में सीट बेल्ट की जगह क्लिप 

गडकरी ने समिट के दौरान कारों में सीट बेल्ट को लेकर चार मुख्यमंत्रियों का किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले मैं चार मुख्यमंत्रियों की गाड़ियों में बैठा था। उन सभी की गाड़ियों की फ्रंट सीट पर सीट बेल्ट लगाने वाली जगह (सॉकेट) पर क्लिप लगी हुई थी। ऐसा इसलिए किया गया था, ताकि चेतावनी अलार्म न बजे। मैंने ड्राइवर को डांटा और क्लिप हटवाई।

मैंने खुद नियम तोड़े 

उन्होंने अपना किस्सा भी बताया कि जवानी में वह खुद नियम तोड़ते थे। तब उन्हें अहसास नहीं था कि यह कितना खतरनाक है। गडकरी ने कहा कि इलेक्शन के टाइम पर वे एक स्कूटर पर चार लोग बैठकर घूमते थे और नंबर प्लेट को हाथ से छिपा लेते थे ताकि चालान न हो सके। वे तब की बातें थी। लेकिन, अब लोगों को अपना माइंडसेट बदलना होगा और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करना होगा।

सीट बेल्ट न लगाने से रोज 41 मौतें

सरकार ने 1 जुलाई 2019 से कार कंपनियों को सीट बेल्ट रिमाइंडर (अलार्म) लगाना अनिवार्य कर दिया है। लेकिन, यह सिर्फ अगली सीटों के लिए ही है। पीछे की सीट बेल्ट के लिए भी यह होना चाहिए। देश में साल 2020 में सड़क हादसों में 15,146 लोगों ने सीट बेल्ट नहीं लगाने की वजह से जान गंवाई। यानी, रोज 41 मौतें। साल में सड़क हादसों में डेढ़ लाख से ज्यादा मौतें होती हैं।