
Dark Forest theory : धरती को मिल रहे अज्ञात संकेत कौन भेज रहा, कहीं एलियन तो नहीं!
Cambridge : हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक पिछले कई समय से पृथ्वी पर कुछ अज्ञात सिग्नल भेजे जाना नोटिस कर रहे हैं। पृथ्वी पर सिग्नल कौन भेज रहा है नहीं चल रहा। एक नए अंतरतारकीय पिंड की खोज से वैज्ञानिक हैरान हैं कि कहीं डार्क फॉरेस्ट थ्योरी सच तो नहीं हो रही है! हार्वर्ड के एवी लोएब का दावा है कि 3I/ATLAS एक एलियन तकनीक है। ‘नासा’ के एटलस टेलीस्कोप द्वारा खोजी गई यह वस्तु 20 किलोमीटर लंबी है। यह सिर्फ़ खगोल भौतिकी तक ही सीमित नहीं है। अगर यह दावा सच निकला, तो यह मानवता के लिए एक अज्ञात खतरा पैदा कर सकता है।
इस पिंड की खोज ‘नासा’ के एटलस टेलीस्कोप ने की थी. यह हमारे सौरमंडल में प्रवेश करने वाला अब तक का तीसरा अंतरतारकीय पिंड है। लेकिन, इसका आकार इतना विशाल है कि इसे अब तक का सबसे बड़ा सौरमंडल से बाहर का पिंड माना जाता है, लगभग 20 किलोमीटर चौड़ा। एवी लोएब का कहना है कि यह वस्तु गैस और धूल की एक मोटी परत से घिरी हुई है, जिससे इसकी संरचना संदिग्ध लगती है। इस वस्तु की दिशा, गति और संरचना प्राकृतिक वस्तुओं जैसी नहीं है। इसलिए, यह संभव है कि इस संरचना को किसी उन्नत एलियन सभ्यता द्वारा जानबूझकर पृथ्वी या सूर्य के करीब भेजा गया हो।
लोएब और उनके सहयोगियों ने इस घटना को ‘डार्क फॉरेस्ट हाइपोथीसिस’ से जोड़ा, जो एक ऐसा सिद्धांत है जो बताता है कि ब्रह्मांड में असंख्य एलियन सभ्यताएं मौजूद हो सकती हैं। लेकिन, वे सामूहिक विलुप्ति से बचने के लिए एक-दूसरे से छुपाती हैं। लोएब और उनके सहयोगियों ने इस घटना को ‘डार्क फॉरेस्ट हाइपोथीसिस’ से जोड़ा है, जो एक ऐसा सिद्धांत है जो बताता है कि ब्रह्मांड में असंख्य एलियन सभ्यताएं मौजूद हो सकती हैं, लेकिन वे सामूहिक विलुप्ति से बचने के लिए एक-दूसरे से छिपती हैं।

अगर 3I/ATLAS वाकई ऐसी ही किसी सभ्यता का संकेत है, तो शांत ग्रह पृथ्वी भी खतरे में पड़ सकती है। लोएब ने चेतावनी दी है कि अगर यह सिद्धांत सच साबित हुआ, तो मानवता के लिए इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। लोएब का मानना है कि यह वस्तु किसी एलियन तकनीक से बनी है, लेकिन कई वैज्ञानिक इस पर संशय जताते हैं। उनका मानना है कि यह कोई पुरानी, बेकार पड़ी अंतरिक्ष वस्तु हो सकती है जिसे दूर के तारों के गुरुत्वाकर्षण ने यहां खींच लिया हो।

हालांकि, लोएब का कहना है कि जब तक इस वस्तु के बारे में सभी आँकड़े उपलब्ध नहीं हो जाते, तब तक कोई भी निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। 3I/ATLAS के बारे में चर्चा इसलिए डरावनी है। क्योंकि, यह पहली ऐसी वस्तु नहीं है। लोएब ने पहले एक एलियन अंतरिक्ष यान बताया था। हालाँकि, यह सिद्ध नहीं हुआ है, लेकिन ऐसी वस्तुओं का बार-बार दिखाई देना इस बात का संकेत हो सकता है कि कोई हमें देख रहा है। अगर यह दावा सच है, तो यह मानव इतिहास की सबसे बड़ी खोज या सबसे बड़ा खतरा होगा। अब पूरे वैज्ञानिक जगत की नजर 3I/ATLAS के रहस्य पर टिकी है। क्योंकि, इस पिंड की असली पहचान ही तय करेगी कि क्या हम वाकई ब्रह्मांड में अकेले हैं?





