Dattigaon’s Answer : राजवर्धन दत्तीगांव ने कहा ‘मुझ पर लगे आरोप बेबुनियाद, मैंने कभी किसी का पैसा नहीं खाया!’ 

कोई मेरे से 1 रूपया भी नहीं मांगता और न मैंने कभी किसी से 1 रूपया मांगा!

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धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट 

Dhar : उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव पर मंगलवार को बदनावर के एक कारोबारी नितिन नांदेचा ने पैसों के लेनदेन को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने एक लिखित शिकायत एसपी को देकर मामले की जांच की मांग की थी। आज उद्योग मंत्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने उन पर लगे आरोपों को लेकर जवाब दिए। उन्होंने सारे आरोप ख़ारिज किए और कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं।

राजवर्धनसिंह दत्तीगांव ने कहा कि जो आरोप लगाए हैं, तो वे प्रमाणित करें मैंने कब, किस समय, किस तरह, किस के समक्ष उनसे कुछ लिया है। मैंने उनका कौनसा माल दबाया है, उसकी जानकारी दें। उन्होंने एक फोर्ड एंडेवर के बात की है, तो वह डिपार्टमेंट में किराए का लगा रखी है। वहां से उसको किराया मिलता है। जो भी वाहन व्यवसाय की वे बात कर रहे हैं, उसके करोड़ों रूपए के उनके खाते में किराए के रूप में आए हैं। उसकी मानदेय राशि खातों में नहीं आती।

ये वही व्यक्ति हैं जिन्होंने मेरे बारे में कुछ दिन पहले बहुत तारीफ की थी। मुझे माननीय और सम्मानीय कहा। कहा कि लोगों ने उन्हें लाखों वोटों से जिताया है। इतना जरूर कहना चाहूंगा कि मैं उनके परिवार को जानता हूं। बदनावर में कई सालों से कहते फिरते थे कि उनके पास जो है सब मेरी वजह से है। बदनावर तो क्या पूरे मध्यप्रदेश में कोई यह नहीं कह सकता कि कोई मेरे 1 रूपया मांगता है या मैंने किसी से मांगा है। मेरी ईश्वर से कामना करता है कि उनको सद्बुद्धि दे और अपने जिस मानसिक संतुलन की स्थिति में उन्होंने लिखा है, उस पर विचार करें। आरोप लगाने से पहले इस बात को समझें की लालच और अतिमहत्वाकांक्षा से आजतक कभी किसी का भला नहीं हुआ है। विश्वास कीमती होता है, लेकिन धोखा हमेशा गलत होता है।

दत्तीगांव ने कहा कि इस व्यक्ति ने कभी किसी का भला नहीं किया है। जहां तक उन्होंने एक संस्था की बात की है, जो मेरे गांव में स्थित है उस संस्था का भव्य उद्घाटन हुआ था। करीब हजार लोग उस कार्यक्रम में उपस्थित थे। मैं भी उद्घाटन करने गया था। पर, उसके बाद में वहां नहीं गया। वे जिस भी संस्था और जहां की भी बात कर रहे हैं, उन सबसे उनको आय प्राप्त हो रही है। उनके अकाउंट में पैसा आ रहा है। ईश्वर उनका भला करें मैं तो यही कहूंगा कि जांच का आदेश हुआ है, उसमे सब पता चल जाएगा। मुझे किसी बात का किसी चीज का मन में कोई संकोच नहीं है।

उद्योग मंत्री ने कहा कि वे चाहे तो कभी भी मुझसे मिल सकते हैं। मेरे पास तो उनके तीन साल के मैसेज है मोबाइल में। व्हाट्सएप पर भी कई ऐसे मैसेज हैं। मैं तो सबसे मिल रहा हूं, वे भी मुझसे मिल सकते हैं। यहां कोई मुझसे डर रहा है क्या, मैंने किसको डराया। ऐसा नहीं कि किसी पर उंगली उठाने से किसी को कुछ कह देने से कुछ हासिल होगा। मैं क्यों किसी ऐसे परिवार का बुरा चाहूंगा। मैं तो उनके घर आता हूं, उनके बच्चों के साथ मैंने सेल्फी ली है।  वे उनका ध्यान नहीं रखेंगे तो हम जरूर रखेंगे। अभी उनके एक परिवार में गया था मैं, उनके घर चाय पी के आया। मेरा पिछला चुनाव का सारा खर्च उनके हाथ से हुआ। मैंने तो आजतक उनसे हिसाब नहीं पूछा।

चुनाव के समय तो वे मेरे लिए अपने घर से टिफिन लेकर आते थे। अभी भी कह रहा हूं कि वे अपने बच्चों के सिर पर हाथ रखकर कसम खा लें! मैं किसी का एक पैसा भी नहीं रखता। यदि वे इंट्री बता रहे हैं तो उसकी रिवर्स एंट्री भी हुई होगी। मैं एक बात मानता हूं और ये बात उनकी पत्नी और उनके पिताजी को भी पता है। जब मैं बीमार था और मेरा ऑपरेशन हुआ था। उस दौरान मैं विदेश में था। एक बार उनका फोन आया कि छोटे मुंह बड़ी बात कर रहा हूं। लेकिन, हम आपकी कुछ मदद करना चाहते हैं। मैंने कहा बताओ, तो उसने 20 लाख रूपए मेरे खाते में ट्रांसफर किए थे। उनका एक-एक पैसा मैंने उनको लौटाया है।

फिर भी मैं आज कहता हूं कि अगर उनको कुछ और चाहिए तो मैं दे दूंगा। मैं जो करता हूं, सब मेरे अकाउंट में आता-जाता है। उसका ऑडिट होता है। उसकी काउंटिंग होती है। उसके पैसे से क्या मैं अकाउंट खुलवाऊंगा। मेरे को इतनी फुर्सत नहीं मिलती। मैं तो पिताजी के निधन केबाद अपने खेत पर भी नहीं जा पाया।