DCC President Selection: जिलों में अध्यक्ष बनाने में नहीं चलेगी PCC चीफ की, 50 ऑब्जर्वर सीधे दिल्ली भेजेंगे अपना पैनल और रिपोर्ट

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DCC President Selection: जिलों में अध्यक्ष बनाने में नहीं चलेगी PCC चीफ की, 50 ऑब्जर्वर सीधे दिल्ली भेजेंगे अपना पैनल और रिपोर्ट

भोपाल: कांग्रेस जिला अध्यक्षों के चयन के साथ ही जिलों में संगठन की हकीकत जानने को लेकर पहली बार राहुल गांधी और एआइसीसी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को अलग कर दिया हैं। प्रदेश में एआईसीसी ने दो दिन पहले 50 आॅर्ब्जबर की नियुक्ति की है। इन्हें जिलों में संगठन के विभिन्न कामों की जिम्मेदारी के साथ ही जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर भी अधिकार दिए गए हैं। ये अपना पैनल बनाएंगे, संगठन को लेकर जो काम दिया गया है, वह करेंगे। खासबात यह है कि जो पैनल और रिपोर्ट बनेगी वह प्रदेश कांग्रेस को नहीं दी जाएगी। यानि जिला अध्यक्ष के चयन और जिलों में संगठन को मजबूत करने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र पटवारी की अब नहीं चलने वाली है।

सूत्रों की मानी जाए तो जिस तरह से जितेंद्र पटवारी ने अपनी प्रदेश कार्यकारिणी, मीडिया विंग और अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति की है, उससे एआईसीसी नाराज है। इनमें से कई पदाधिकारियों पर भाजपा से सांठगांठ करने के आरोप लगते रहे हैं। इसके बाद भी पटवारी ने उन्हें अपनी टीम में जगह दी है। इस संबंध में कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शिकायत दिल्ली तक की। हालांकि दिल्ली इस मसले पर कुछ कर नहीं सकी, लेकिन अब उसने पीसीसी चीफ जितेंद्र पटवारी के अधिकारों को सीमित करने का तय कर लिया है।

इसके चलते ही करीब एक महीने पहले यह तय कर दिया गया था कि गुजरात के बाद मध्य प्रदेश में जिला अध्यक्षों का चयन प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष की सिफारिश से नहीं किया जाएगा। इसके लिए दिल्ली से आॅर्ब्जवर हर जिले में भेजे जाएंगे। वे अपने जिले में जाकर यहां पर अन्य टारगेट के साथ ही यह भी तय करेंगे कि जिला अध्यक्ष कैसा होना चाहिए। इसके साथ ही भाजपा से जुड़े कांग्रेस नेताओं की भी छंटनी जिलों में करने का काम किया जाएगा। संगठन सृजन अभियान के तहत आॅब्जर्वर अपने जिलों में यह पता लगाएंगे कि ऐसे कौन-कौन से कांग्रेस के नेता है जो भाजपा का फायदा पहुंचाते रहे हैं। इसके साथ ही किस विधानसभा में कांग्रेस का संगठन मजबूत है, किसमें कमजोर है। यह पूरी रिपोर्ट गोपनीय रहेगी जो सीधे एआईसीसी जाएंगी। इसमें प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जितेंद्र पटवारी तक को कुछ नहीं बताया जाएगा।

इधर दिल्ली में जुटे ओबीसी लीडर

प्रदेश कांग्रेस के करीब एक दर्जन ओबीसी लीडर सोमवार को दिल्ली में जुटे। एआईसीसी ने देश भर से अपने ओबीसी नेताओं को दिल्ली बुलाया था। जिसमें जातिगत जनगणना को लेकर विचार विमर्श किया गया। इस बैठक में मध्य प्रदेश की ओर से पीसीसी चीफ जितेंद्र पटवारी, पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव, राज्यसभा सदस्य अशोक सिंह, दिनेश गुर्जर, पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल, कमलेश्वर पटेल, हिना कावरे, कुणाल चौधरी शामिल हुए। इस बैठक में यह तय किया गया कि हर प्रदेश में जातिगत जनगणना को लेकर संगठन को आवाज उठाना है, जनजागृति लाना है। इसके लिए कार्यक्रमों का कलेंडर बनाने की जिम्मेदारी प्रदेशों को दी है। मध्य प्रदेश में भी इसे लेकर बड़ा कार्यक्रम हो सकता है।