MP में मंदिर में सो रहे 3 जैन संतों पर जानलेवा हमला, 2 बदमाशों को लोगों ने पकड़ा, 4 चित्तौड़गढ़ से पकड़ाए!

1011

MP में मंदिर में सो रहे 3 जैन संतों पर जानलेवा हमला, 2 बदमाशों को लोगों ने पकड़ा, 4 चित्तौड़गढ़ से पकड़ाए!

Neemuch : मध्य प्रदेश के सिंगोली गांव कछाला में रविवार देर रात मंदिर में विश्राम करने रुके 3 जैन संतों के साथ अपराधियों ने बुरी तरह मार-पीट करते हुए घायल कर दिया और किसी तरह जान बचाकर भागे। घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीण और समाजजन एकत्रित हुए और रात में ही पास के गांव जोधा कुंडल से 2 आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। 4 अन्य आरोपियों को नीमच पुलिस ने सुबह गिरफ्तार कर लिया। पकड़ाए सभी आरोपी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के रहने वाले हैं और आपसी विवाद में गांव के किसी कालू रेगर नाम के व्यक्ति को मारने आए थे। वे शराब के नशे में चूर थे घटना के विरोध में सिंगोली बंद रहा सूचना पर कलेक्टर एसपी गांव पंहुचे और दोपहर को 5 आरोपियों को बांधकर उनका जुलूस निकाला।

इस मामले में गांव जोधा कुंडल निवासी प्रकाश मेघवंशी ने बताया कि मैं मेरे साले बाबूलाल एवं गांव के ही के सोनी सिंह के साथ मोटरसाइकिल पर सिंगोली से जोधा कुंडल जा रहा था। रात करीब 11 बजे कछाला गांव के बस स्टैंड से 300 मीटर दूर एक व्यक्ति ने मुझे रोका उन्हें निर्वस्त्र देखकर मैं घबरा गया लेकिन उनके हाथ में सूती धागों का झाड़ू की तरह दिखाई दिया तो मैंने समझा कि यह तो संत है। मैं पलटकर आया तो उन्होंने कहा कि हमें बचाओ कुछ लोग 2 संतों को मंदिर के पास मार रहें हैं वह मर जाएंगे। मैं जैन संत को बाबूलाल व सोनीसिंह के पास छोड़कर कछाला बस स्टैंड पंहुचा और वहां से वेल्डिंग की दुकान पर से संजय व दयाराम धाकड़ को साथ लिया वहीं सिंगोली में सुधीर लसोड़ को मोबाइल लगाकर जानकारी दी। इसी बीच नीमच से सिंगोली जा रहें निलेश जैन को भी रोका फिर हमने संतों की खोजबीन शुरू की तो शैलेषमुनिजी गौशाला के सामने आधा किलोमीटर दूर मिलें जबकि मुनींद्रमुनिजी श्मशान के सामने मिले। उनकी हालत बहुत बिगड़ी हुई थी लगभग बेहोशी की हालत में कांप रहें थे हम सभी संतों को लेकर बालाजी मंदिर पंहुचे तो देखा कि वहां उनका सामान बिखरा पड़ा है हम लोगों ने संतों को कपड़े व लंगोट पहनाई और ढांढस बंधाया।

घटना की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में समाजजन एकत्रित हो गए थे । उन्होंने देर रात तक आरोपियों की तलाश की और 2 आरोपियों को बनियान पहने गांव जोधा कुंडल के पास से पकड़ लिया। इसके साथ ही पुलिस ने गणपत पिता राजू नायक, गोपाल पिता भगवान भोई, कन्हैयालाल पिता बंशीलाल भोई, राजू पिता भगवान भोई सभी निवासी भोई का खेड़ा चित्तौड़गढ़ राजस्थान एवं बाबू शर्मा पिता मोहन शर्मा निवासी धनेत टोकरिया जिला चित्तौड़गढ़ के साथ एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया गया पकड़ाए सभी आरोपी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के रहने वाले हैं। घायल हुए संत बुरी तरह से घायल होने के बाद भी 6 किलोमीटर तक पैदल चले। पकड़ाए सभी आरोपियों का शाम को पुलिस ने जुलूस निकाला