उज्जैन। पतंग उड़ाने की चाइना डोर से शनिवार को एक युवती की मौत हो गई। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसा मांजा बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए, तब प्रशासन जागा। आज प्रशासन ने चाइना डोर बेचने वाले लोगों की सूची बनाकर कार्रवाई शुरू की और एक मकान को जेसीबी से गिरा दिया है। अन्य पर कार्रवाई होने वाली है।
चायना डोर से छात्रा नेहा आंजना की शनिवार को मौत हो गई थी। मकर संक्रांति के मौके पर होने वाली पतंगबाजी के लिए अच्छे मांझे की मांग रहती है और चाइनीज मांझा काफी मजबूत होता है। वह आसानी से नहीं टूटता है। इस कारण पतंग विक्रेताओं द्वारा इसे बड़ी मात्रा में मंगाया जाता है और मकर संक्रांति पर इसकी खूब बिक्री होती है। जबकि, यह मांझा प्रतिबंधित भी है। इसी मांझे से नेहा आंजना की मौत के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर नाराजी जताई और जिला प्रशासन से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
प्रशासन ने शहर के 6 पतंग विक्रेताओं की सूची बनाई, जो इस तरह की चाइना डोर बेचते हैं। अब उनके अवैध मकान तोड़ने का प्लान बनाया गया है। रविवार को इसकी शुरुआत तोपखाना क्षेत्र स्थित चुलबुल पतंग सेंटर से की। सुबह ही यहां प्रशासनिक अमला तीन थानों का बल लेकर पहुंच गया। दुकान का सामान खाली कराने को लेकर पुलिसकर्मियों को दुकान संचालक के परिवार से झड़प भी हुई। परिजनों का कहना था कि पूरे शहर में चायना डोर बिकी तो मकान सिर्फ उनका ही क्यों तोड़ा जा रहा है। जेसीबी के बजाए निगमकर्मियों ने बड़े हथौड़े से मकान तोड़ना शुरू किया और थोड़ी ही देर में पहली मंजिल धराशायी कर दी।
अवैध मकानों पर कार्रवाई
सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि अब्दुल वहाब के मकान के अवैध हिस्से को तोड़ा गया। यह कार्रवाई नगर निगम के माध्यम से की जा रही है। शुक्ला के मुताबिक अब तक जहां-जहां चायना डोर पकड़ाई, वहां-वहां कार्रवाई की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि वहां अवैध निर्माण है या नहीं। इसके बाद जयसिंहपुरा क्षेत्र के एक और पतंग विक्रेता का अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई हो सकती है। इसके अलावा चार अन्य पतंग विक्रेता भी प्रशासन और पुलिस के निशाने पर हैं।