Deepak Joshi Now in Congress : पिता की तस्वीर लेकर दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल, शिवराज मेरे बड़े भाई नहीं!

पार्टी ने कोरोना में मेरी पत्नी का इलाज नहीं होने दिया, इसलिए उसकी मौत हुई!

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Deepak Joshi Now in Congress : पिता की तस्वीर लेकर दीपक जोशी कांग्रेस में शामिल, शिवराज मेरे बड़े भाई नहीं!

Bhopal : भाजपा के विद्रोही नेता दीपक जोशी ने आज दोपहर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली। वे अपने पिता स्व कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर पहुंचे। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, विधायक आरिफ मसूद और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ थे। भोपाल के 74 बंगले स्थित सरकारी आवास बी-30 से वे पिता कैलाश जोशी की तस्वीर साथ लेकर प्रदेश कांग्रेस के दफ्तर पहुंचे। उन्होंने कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस जॉइन की। उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया कि कोरोना में मेरी पत्नी की मौत हो गई, पर पार्टी ने उनका इलाज नहीं होने दिया!

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दीपक जोशी ने सदस्यता के बाद कहा कि भाजपा ने जनसंघ की विचारधारा को कहीं न कहीं विलोपित कर दिया। देवास की किसी सीट से चुनाव नहीं लड़ूंगा, पार्टी चाहेगी, तो बुधनी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। दीपक जोशी के साथ दतिया जिले से विधायक रहे राधेलाल बघेल भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं। देवास से भोपाल रवाना होने से पहले जोशी ने सुबह खेड़ापति मंदिर में दर्शन किए। बड़ी बहन ने मंगल तिलक किया। समर्थकों ने उन्हें फरसा देकर रवाना किया।

देवास में उन्होंने कहा कि भाजपा में लॉलीपॉप देख-देखकर मेरा शुगर लेवल बढ़ गया है। अब शुगर लेवल घटाने के लिए शिष्टाचार वाली पार्टी में जाना है। शिवराज जी भले छोटा भाई मानते हों मुझे, लेकिन वे मेरे बड़े भाई कभी नहीं हैं। जोशी ने आगे कहा कि अटल जी को अपना भगवान मानता हूं और मानता रहूंगा। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा हो गई है। मेरे पास ईमानदारी के सिवा कुछ नहीं है। आज इसे कांग्रेस में लेकर जा रहा हूं। किसी भी तरह का कार्य हो, बिना पैसे लिए और दिए बिना नहीं हो रहा है, ऐसी भाजपा को आज मैं छोड़ रहा हूं।​​​​​​​

कोरोना में मेरी पत्नी को इलाज नहीं मिला

दीपक जोशी ने भोपाल में मीडिया से कहा कि मेरी बीवी को कोरोना हो गया था उनको इलाज की ज़रूरत थी। मगर बीजेपी ने ज़िला प्रशासन को बोल रखा था कि दीपक जोशी की कोई भी बात नहीं सुने! मेरी बीवी को इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई!

पिता का स्मारक बनाने के लिए जमीन नहीं!

दीपक जोशी ने चर्चा में कहा कि मेरे पिता मुख्यमंत्री रहे। भोपाल से सांसद रहे। वहां से वोटर रहे। उनके नाम पर कुछ नहीं। उनका स्मारक बनाने की मांग की, तो कमलनाथ जी ने पूछा कि बताइए कहां जमीन चाहिए। हाटपिपलिया में तीन महीने में जमीन का आवंटन कर दिया। शिवराज जी को 30 महीने स्मारक की स्वीकृति देने में लग गए।

दीपक जोशी ने कहा कि मैंने चुनाव नहीं लड़ने की बात कमलनाथ जी से कही है। राज्यसभा, लोकसभा में भी नहीं जाना चाहता और न ही संगठन (कांग्रेस) में पद नहीं चाहता हूं। अगर पार्टी चाहती है, तो मैं बुधनी से चुनाव लड़ने के लिए सहर्ष तैयार हूं। बस, पार्टी पहले बता दे। वर्तमान में भयंकर भ्रष्टाचार है। मैं जानता हूं कि देवास जिले के परिदृश्य में मुझे आतंकवादी जैसा देखा जाता है।