Deepika Padukone: भारत सरकार की पहली मानसिक स्वास्थ्य राजदूत

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Deepika Padukone: भारत सरकार की पहली मानसिक स्वास्थ्य राजदूत

डॉ. तेज प्रकाश व्यास

मन की शांति ही राष्ट्र की शक्ति
जब एक राष्ट्र अपने नागरिकों के मन की बात सुनना शुरू करता है, तभी वह सभ्यता की परिपक्व अवस्था में प्रवेश करता है।
भारत — जो योग, ध्यान और करुणा की भूमि है — ने अब इस चेतना को एक नई दिशा दी है।विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025 के अवसर पर, भारत सरकार ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए दीपिका पादुकोण को भारत की पहली राष्ट्रीय “मानसिक स्वास्थ्य राजदूत” नियुक्त किया।यह निर्णय केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि भारत की उस आत्म-संवेदनशीलता की घोषणा है, जो कहती है —

स्वस्थ तन से भी बढ़कर है स्वस्थ मन;
और स्वस्थ मन से ही जन्म लेता है आत्मबल, करुणा और सृजन।”

दीपिका पादुकोण: साहस, सहानुभूति और स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति

दीपिका का जीवन केवल सिनेमा नहीं, बल्कि मानव मन की कहानी है।
उन्होंने अवसाद जैसी गहरी मानसिक स्थिति का सामना किया, परंतु उससे बाहर आकर समाज के लिए आवाज़ बन गईं।
उन्होंने दुनिया को यह सिखाया

भारत सरकार ने दीपिका पादुकोण को भारत की पहली मानसिक स्वास्थ्य राजदूत नियुक्त किया है! प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को ...

“डर को हराना तभी संभव है, जब हम उसके बारे में खुलकर बात करें।”

उनकी संस्था ‘Live Love Laugh Foundation’ वर्षों से मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी कार्य कर रही है

ग्रामीण क्षेत्रों में परामर्श सेवाएँ, शिक्षकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए प्रशिक्षण, और भावनात्मक स्वास्थ्य के राष्ट्रीय कार्यक्रम।

अब जब भारत सरकार ने उन्हें यह सम्मान और दायित्व सौंपा है, तो यह संवेदना और शक्ति के संगम का प्रतीक बन गया है।

मानसिक स्वास्थ्य राजदूत के दायित्व: करुणा से नीति तक का सेतु

दीपिका का यह पद केवल “ब्रांड एंबेसडर” का नहीं, बल्कि राष्ट्र की मानसिक चेतना के संरक्षक का है।
उनके कार्य चार मुख्य स्तंभों पर आधारित होंगे —

Deepika Padukone बनीं भारत की पहली मेंटल हेल्थ एंबेसडर, मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे लोगों के लिए उठाएंगी आवाज - world mental health day deepika padukone appointed as indias ...

1 राष्ट्रीय जन-जागरूकता अभियान की प्रेरक मुखरता

देश के हर आयु-वर्ग तक यह संदेश पहुँचाना कि “मानसिक स्वास्थ्य = जीवन की गुणवत्ता।”

स्कूलों, विश्वविद्यालयों, कार्यालयों, और पंचायतों में ‘Mind Matters’ कार्यक्रम शुरू करना।

डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और सिनेमा को एक Positive Psychology Medium के रूप में उपयोग करना।

सरकारी अभियानों “Fit India” और “Ayushman Bharat” के साथ Mind Wellness Movement जोड़ना।

2 सहानुभूति और संवेदनशीलता की सामाजिक पुनर्संरचना

समाज में फैले मानसिक बीमारियों के कलंक (Stigma) को तोड़ना।

“It’s okay to not be okay” को भारत की नई संवाद संस्कृति बनाना।

आत्महत्या, अकेलेपन, और चिंता जैसे विषयों पर खुला संवाद संस्कृति स्थापित करना।

मीडिया, धर्मगुरुओं, शिक्षकों और चिकित्सा विशेषज्ञों को जोड़ना — ताकि हर वर्ग को मानसिक शांति की पहुँच मिले।

3 राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य नीति में योगदान और नेतृत्व

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (NMHP) और District Mental Health Mission में जनसहभागिता को बढ़ावा देना।

हर जिले में मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन, 24×7 काउंसलिंग सेंटर, और प्रशिक्षित मनोवैज्ञानिक उपलब्ध कराना।

आयुष मंत्रालय, AIIMS, NIMHANS, और राज्य स्वास्थ्य विभागों के साथ मिलकर Integrated Mental Health Framework बनाना।

4 युवा, महिलाएँ और कार्यरत वर्ग के लिए प्रेरक पहल

परीक्षा तनाव, करियर असुरक्षा, सोशल मीडिया दबाव, और पारिवारिक तनाव पर आधारित National Youth Wellbeing Campaign चलाना।

महिलाओं के लिए Postmenstrual Depression और Hormonal Anxiety पर जागरूकता सत्र।

कॉर्पोरेट क्षेत्र में “Happy Workplace” नीति लागू करने में सहयोग।

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2025: मानवीय आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य

इस वर्ष की थीम —

“Mental Health in Humanitarian Emergencies”

हमें याद दिलाती है कि युद्ध, प्राकृतिक आपदा या महामारी के समय केवल शरीर नहीं, मन भी घायल होता है।

भारत सरकार और दीपिका का साझा उद्देश्य है —

मानवीय संकटों में मानसिक स्वास्थ्य सहायता को आपातकालीन प्रतिक्रिया का अनिवार्य भाग बनाना।

संकटग्रस्त परिवारों, प्रवासियों और शरणार्थियों के लिए Psychological First Aid System लागू करना।

स्वास्थ्यकर्मियों और राहत कार्यकर्ताओं के लिए Stress-Management Programs आरंभ करना।

“मानवता की सेवा तभी पूर्ण है, जब हम पीड़ित के मन को भी सहलाते हैं, केवल शरीर को नहीं।”

सरकार हेतु रणनीतिक क्रियान्वयन सारांश (Actionable Synopsis)

क्षेत्र मुख्य पहल अपेक्षित प्रभाव

नीति निर्माण राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य नीति में जन-भागीदारी मॉडल समाज-आधारित निर्णय एवं मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता
शिक्षा तंत्र “Mindful Schools Program” की स्थापना बच्चों में भावनात्मक स्थिरता, रचनात्मकता और आत्म-संवाद का विकास
कॉर्पोरेट जगत कार्यस्थलों पर “Mental Wellness Cell” कर्मचारियों की कार्यक्षमता, संतुष्टि और दीर्घजीविता में वृद्धि
स्वास्थ्य तंत्र प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में परामर्श सेवाएँ ग्रामीण भारत में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच
मीडिया और कला सिनेमा, साहित्य और सोशल मीडिया के माध्यम से जनसंवाद भावनात्मक स्वास्थ्य को सांस्कृतिक संवाद का हिस्सा बनाना
आपात प्रबंधन संकटकालीन “PsyCare Force” का गठन आपदा के बाद मानसिक पुनर्वास को गति और स्थायित्व

दीपिका की प्रेरणादायक भूमिका : संवेदना से परिवर्तन तक

दीपिका का यह दायित्व सामाजिक पुनर्जागरण का दीपस्तंभ है।
उनकी उपस्थिति हर नागरिक के लिए यह संदेश है —

मन की थकान भी देखभाल की अधिकारी है।”

वह भारत की नई छवि प्रस्तुत कर रही हैं —
जहाँ फिल्म सितारा केवल स्क्रीन पर नहीं चमकता, बल्कि समाज के अंधेरे कोनों में भी प्रकाश फैलाता है।

उनके शब्दों में —

“यह मेरे लिए सम्मान नहीं, बल्कि उत्तरदायित्व है —
ताकि भारत का हर नागरिक अपने मन की बात कह सके, बिना डर और बिना शर्म।”

राष्ट्रीय संदेश : “स्वस्थ मन, सशक्त भारत”

आज जब दुनिया तनाव, डिजिटल अकेलेपन, और भावनात्मक अस्थिरता से गुजर रही है,भारत ने अपने योगिक दर्शन को व्यवहार में बदलकर एक नई दिशा दी है।दीपिका पादुकोण की नियुक्ति केवल एक प्रतीक नहीं —यह है भारत के संवेदनशील राष्ट्र बनने की प्रतिज्ञा।

मानसिक स्वास्थ्य — राष्ट्र के सामूहिक आत्मबल की पहचान है।”

“जहाँ मन सशक्त है, वहाँ राष्ट्र अजेय है।”

मन से मन तक — नया भारत

यह पहल भारत सरकार की मानव-केंद्रित नीतियों का स्वर्ण अध्याय है।दीपिका की संवेदना, उनके अनुभव और उनकी सत्यनिष्ठा अब राष्ट्र की शक्ति बन गई है।यह केवल मानसिक स्वास्थ्य की नहीं, बल्कि मनुष्यत्व के पुनर्जागरण की क्रांति है।“भारत अब केवल आर्थिक शक्ति नहीं,बल्कि भावनात्मक और मानसिक सशक्तिकरण की विश्वगुरु भूमि बन रहा है।”

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