स्कूली बच्चों को सायकल वितरण में लेतलाली, दो दिन से खड़े ट्रक, रिसीव करने वाला कोई नहीं

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स्कूली बच्चों को सायकल वितरण में लेतलाली, दो दिन से खड़े ट्रक, रिसीव करने वाला कोई नहीं

भोपाल: प्रदेश में स्कूली बच्चों को सायकल वितरण योजना में जमकर लेतलाली हो रही है। कहीं ट्रक आकर खड़े है और दो-दो दिन से इनसे सायकल लेने वाला कोई नहीं है तो कहीं सायकल ही नहीं पहुुंच पाई है और सीएम हेल्पलाईन तक शिकायतें हो रही है। इसको लेकर स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव और लोक शिक्षण संचालक ने नाराजगी जाहिर की है।

जिलों से सायकल वितरण की जानकारी अपडेट ही नहीं की जा रही है। कक्षा छटवी हेतु प्राप्त सायकलों की जानकारी भोपाल, मंडला, सीधी, होशंगाबाद और कक्षा नौवी हेतु सायकल की जानकारी अलीराजपुर से 23 प्रतिशत, भिंड से 17 प्रतिशत, गुना और सीधी से भी कम जानकारी प्राप्त है। सभी जिलों को कहा गया है कि दो दिनों में जानकारी भेजें।जिलों में प्राप्त सायकलों की प्राप्ति चेसिस नंबर सहित पोर्टल पर अंकित करने को कहा गया है। सभी जिलों को कहा गया है कि पोर्टल पर सायकल प्राप्ति और वितरण की जानकारी पोर्टल पर अंकित नहीं किए जाने पर संचालक लोक शिक्षण ने नराजगी जताई है।
अशोकनगर में नहीं मिली सायकल, नर्मदापुरम में गफलत की स्थिति-अशोकनगर के दो विकासखंडों में सायकल नहीं मिली है। चंदेरी और ईसागढ़ में शिकायत सीएम हेल्पलाईन तक पहुंच गई है। 37 जिलों से सायकल रिपेयर की जानकारी नहीं आई है।

जिला शिक्षा अधिकारी नर्मदापुरम के अनुसार पोर्टल पर प्रदर्शित शाला एवं वास्तविक सायकल वंटन हेतु शाला अर्चनापुरा और रीछी के नाम से गफलत हो रही है।इसमे पूर्ण प्रकरण एकल नस्ती के माध्यम से संचालनालय को निराकरण हेतु भेजने को कहा गया है।

कहीं छात्रों से ज्यादरा सायकलें तो कहीं कम-
आगर, सुसनेर और नलखेड़ा में वर्ष 23-24 के लिए सायकिल प्राप्त नही हुई है। खरगौन जिले के बड़वाह, भगवानपुरा विकासखंड बजट उपलब्धता के अभाव में छूट गए है। सतना जिले के तीन ब्लाक छूट गए है। रायसेन जिले को एक भी सायकल नहीं मिली है। सायकल वितरण की जानकारी पोर्टल पर अपडेट नहीं होंने से कहीं छात्रों के मान से ज्यादा सायकल पहुंच रही है उन्हें वापस किया जाना है और जहां संख्या के मान से कम सायकल प्राप्त है उनका समायोजन नहीं हो पा रहा है। इससे छात्रों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस पर संचालक ने नाराजगी जताई है। संचालक ने गूगल शीट और पोर्टल पर जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए है।

*पहले से रखी सायकले हो रही रिपेयर-*
अभी तक 62 हजार सायकलो ंकी मरम्मत की जा चुकी है चार हजार सायकलों की मरम्म्त होना बाकी है।  सभ्ज्ञी को कहा गया है कि केवल सर्विसिंग कराकर ही सायकल न दी जाए आवश्यक रिपेयरिंग भी कराई जाए ताकि आॅडिट आपत्ति न आए।38 जिलों से रिपेयर का पैसा आया है। बाकी बचे जिलों से भी कहा है कि वे अपनी मांग भेजे ताकि राशि दी जा सके। वर्ष 19-20 में वितरित की गई सायकलों की मरम्मत की जानकारी केवल 22 जिलों ने ही दी है। कुछ जिलों ने अपूर्ण जानकारी दी है। सभी से तक्काल जानकारी भेजने को कहा गया है।

दो-दो दिन खड़े ट्रक कोई रिसीव करने वाला नहीं- कई जिलों में सायकल लेकर पहुंचे ट्रक दो-दो दिन तक खड़े रहते है लेकिन वहां रिसीव करने वाला कोई नहीं है। इसके लिए बीईओ , बीआरसी की जिम्मेदारी निर्धारित करने को कहा गया है।