सड़क परिवहन क्रांतिकी नई इबारत लिखेगा Delhi-Mumbai Express Way: ढाई सौ किमी MP से गुजरेगा
वरिष्ठ पत्रकार डॉ . घनश्याम बटवाल की ख़ास ख़बर
मंदसौर । केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 8 लेन दिल्ली – मुंबई एक्सप्रेस वे सड़क मार्ग का कार्य तेजी से आकार ले रहा है। जहां से, जिस प्रदेश और जिले से यह मार्ग गुजर रहा है , क्षेत्रवासियों की अपेक्षाओं और आशाओं को पर लग गये हैं ।
दिल्ली से मुंबई एक्सप्रेस वे की 8 लेन सड़क लम्बाई 1250 किलोमीटर से अधिक आंकी गई है और इस निर्माण पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय एक लाख करोड़ रुपये से अधिक व्यय कर रहा है । लागत बढ़ भी सकती है । हालांकि द्रुत गति से काम जारी है ।
विभागों की समन्वित तकनीकी दलों द्वारा समय समय पर निरीक्षण – परीक्षण और आकलन किया जारहा है ।
पिछले दिनों तो स्वयं केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने रतलाम – जावरा से निकल रहे एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया और स्वयं वाहन में सवारी कर उपयुक्त बताया ।
बीते सप्ताह ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( NHAI ) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रविंद्र गुप्ता , तकनीकी अधिकारी आरओ विवेक जायसवाल एवं अन्य सक्षम दल ने एक्सप्रेस वे के झाबुआ – रतलाम – जावरा- मंदसौर – भानपुरा तक का निरीक्षण कसौटी पर किया ।
रविंद्र गुप्ता के मुताबिक कई स्तरों पर और भिन्न भिन्न स्थानों पर एक्सप्रेस वे की टेस्टिंग चल रही है , गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जारहा है ।
मार्ग में बन रहे और प्रस्तावित ब्रिज – अंडर पास , बाई लेन आदि का निरीक्षण भी जारी है ।
झाबुआ से भानपुरा के बीच सेक्टर पैकेज नम्बर 18 के सोलह किलोमीटर सड़क मार्ग पर कार के डैशबोर्ड पर पानी से भरा कांच का गिलास रखकर 180 किलोमीटर की तेज़ रफ़्तार से गाड़ी ड्राइव की उसमें सफलता मिली ।
तकनीकी दल ने संतोष व्यक्त किया ।
यूं तो 8 लेन एक्सप्रेस वे विभिन्न प्रांतों से गुजरेगा परन्तु मध्यप्रदेश में लगभग ढाई सौ किलोमीटर जुड़ेगा । इसमें मंदसौर संसदीय क्षेत्र में 100 किलोमीटर से अधिक का एक्सप्रेस वे निर्माण प्रगति पर है ।
मध्यप्रदेश के झाबुआ – मेघनगर ,थांदला , रतलाम ,सैलाना , धामनोद , कांडरवासा , जावरा , सादा खेड़ी , शामगढ़ , भानपुरा , गरोठ से गुजरते हुए राजस्थान के कोटा से जुड़ेगा ।
इस बड़े और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के साथ मालवा और निमाड़ अंचल से कनेक्टिविटी हेतु इंदौर , देवास , पीथमपुर , उज्जैन , महिदपुर ,आगर , गरोठ तक पोने दो सौ किलोमीटर फोर लेन सड़क भी बनाई जाना है ।
एक्सप्रेस वे के लिए मध्यप्रदेश में शामगढ़ – गरोठ रोड़ पर एंट्री पॉइंट रहेंगे । राष्ट्रीय राजमार्ग और प्रांतीय राजमार्ग पर भी पॉइंट जोड़ने का प्रस्ताव है ।
प्रोजेक्ट डायरेक्टर रविंद्र गुप्ता के मुताबिक एक्सप्रेस वे निर्माण निर्धारित अनुसार चल रहा है । मंदसौर जिले के गरोठ से झाबुआ के थांदला तक 100 किलोमीटर तक का मार्ग तैयार होचुका है । डामर , स्ट्रक्चर , पुल – पुलिया , कल्वर्ट आदि पर भी 50 फ़ीसदी से अधिक काम हुआ है ।
रतलाम जिले की 52 किलोमीटर , मंदसौर जिले की 28 किलोमीटर और झाबुआ जिले की 25 किलोमीटर सड़कें बनकर तैयार है और इनका निरीक्षण – परीक्षण भी किया गया है ।
शेष कार्य इस वर्ष के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है ।
♦️ दूरी कम होगी और समय बचेगा
वर्तमान में मंदसौर- दिल्ली की दूरी सड़क मार्ग से 875 किलोमीटर बताई जाती है । इसमें 13 – 14 घंटे का सफ़र है । एक्सप्रेस वे से यह दूरी घटकर 725 किलोमीटर रह जायेगी और समय भी मात्र 10 घंटे लगेगा ।
इसी प्रकार मंदसौर से मुंबई की वर्तमान सड़क मार्ग दूरी 750 किलोमीटर से अधिक बताई है , और यह दूरी 15 – 16 घंटे में पूरी होती है ।
एक्सप्रेस वे में समय 11 – 12 घंटे होगा वहीं दूरी घटकर 625 किलोमीटर ही रह जायेगी ।
एक्सप्रेस वे से दिल्ली – मुंबई नॉन स्टॉप 12 – 13 घंटे में पहुंचा जासकेगा ।
मध्यप्रदेश के अलावा पांच अन्य राज्यों हरियाणा , दिल्ली , राजस्थान , गुजरात और महाराष्ट्र को जोड़ने वाला एक्सप्रेस वे आधुनिक और अद्यतन तकनीक का श्रेष्ठ उदाहरण बन रहा है । राजस्थान और महाराष्ट्र में लम्बाई की सुरंग में 8 लेन हाइवे बन रहा है ।
क्षेत्रीय सांसद सुधीर गुप्ता खासे उत्साहित हैं इस 8 लेन एक्सप्रेस वे निर्माण से । उनका कहना है कि भूमि अधिग्रहण से किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिया गया वहीं सड़क से जुड़े क्षेत्रों की प्रगति के नये आयाम खुलेंगे ।
परिवहन सुगम और त्वरित होने से औद्योगिक विकास , पर्यटन संभावना भी बढ़ेगी ।
क्षेत्र के उत्पादन को बड़ा बाज़ार मिलेगा और दाम भी अच्छे मिल सकेंगे । रोजगार के अवसर बढ़ना तय है वहीं लॉजिस्टिक हब भी तैयार होगा
गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़ , मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने एक्सप्रेस वे को प्रगति की रेखा निरूपित किया और कहा कि औद्योगिक संभावना को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन के माध्यम से जिले के शामगढ़ , देवरी , साबाखेड़ा , बसई , भूखी आदि स्थानों पर यूनिट स्थापित करने के उद्देश्य से लगभग 250 हेक्टेयर भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव राज्य शासन को अग्रेषित किये हैं ।
चंबल जलाशय में मत्स्य उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है , मछुआरों को भी बड़ा बाजार मिलेगा और उत्तर – दक्षिण राज्यों में आपूर्ति कर सकेंगे ।
वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा , उर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग ने भी विशेष रूचि लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को मालवा – निमाड़ और आदिवासी क्षेत्र विकास कार्यों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है ।
इस प्रतिनिधि को दिल्ली – मथुरा एक्सप्रेस वे , मुंबई – पूणे एक्सप्रेस वे पर यात्रा का अवसर मिला उसकी तुलना में हर दृष्टि से निर्माणाधीन दिल्ली – मुंबई एक्सप्रेस वे अधिक सुरक्षित और अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाया जारहा है ।
उम्मीद की जाती है कि यह इस वर्ष के अंत तक आवागमन के लिए चालू होगा ।
एक्सप्रेस वे योजना शुभारम्भ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल समारोह में किया गया था ।
केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी ने इस प्रोजेक्ट को चेलेंज के रूप में लिया है और बराबर अपडेट लेरहे हैं ।