Delhi-Mumbai Expressway: दुनिया के इस सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे की खूबसूरती भी गज़ब की!
New Delhi : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे को लेकर बेहद आशांवित हैं। वे इसे PM नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘गति शक्ति परियोजना’ के तहत एक्सप्रेस-वे मानते हैं। यह एक्सप्रेस-वे देश राजनीतिक राजधानी को देश की वित्तीय राजधानी से जोड़ेगा। 1,380 किलोमीटर से अधिक की लंबाई के साथ दुनिया का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे भी होगा। नितिन गडकरी सड़क के निर्माण के अपडेट शेयर करते रहते हैं।
नितिन गडकरी ने अपने एक ट्वीट में वडोदरा-विरार खंड से गुजरने वाले राजमार्ग के एक हिस्से की तस्वीरें शेयर की हैं। ये तस्वीरें एक्सप्रेस-वे की खूबियों को बखूबी बयां कर रही हैं। इन तस्वीरों में डिजाइन और निर्माण की गुणवत्ता देखी जा सकती है। इससे पहले गडकरी ने खानपुर घाटी और हरियाणा/राजस्थान सीमा को जोड़ने वाले राजमार्ग के खंड की तस्वीरें शेयर कीं थी।
Stunning views from Vadodara – Virar Section of Delhi-Mumbai Expressway. Limiting the distance for prosperous India. #PragatiKaHighway #GatiShakti
PC- @cbdhage pic.twitter.com/BPnU6eCZwt
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) January 21, 2023
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के शुरु होने का देश को बेसब्री से इंतजार है। यह देश की बहुप्रतीक्षित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में से एक है। इस एक्सेस-नियंत्रित राजमार्ग में 8 लेन होंगे और 12 लेन तक विस्तार की सुविधा के लिए जगह होगी। एक्सप्रेस-वे का निर्माण जोरों पर है।
यह एक्सप्रेस-वे देश के दो सबसे बड़े मेट्रो शहरों के बीच हाई-स्पीड सड़क संपर्क बढ़ाने पूरी तरह तैयार दिखाई दे रहा है। गडकरी का दावा है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार भारतीय नागरिकों को विश्व स्तरीय सड़क मार्ग प्रदान करेगी। उन्होंने ट्वीट किया ‘पीएम श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में, हम भारतीय नागरिकों के लिए विश्व स्तरीय सड़क मार्ग सुनिश्चित कर रहे हैं।’
देश की महंगी परियोजनाओं में से एक
इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में 98,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और वित्तीय राजधानी मुंबई के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा। एक्सप्रेस-वे कॉरिडोर के दिल्ली-फरीदाबाद-सोहना खंड के माध्यम से दिल्ली में शहरी केंद्रों को जोड़ेगा, साथ ही जेवर हवाई अड्डे और जवाहरलाल नेहरू पोर्ट को भी मुंबई से जोड़ देगा।
एक्सप्रेस-वे की खासियत
सड़क परिवहन मंत्रालय 2.5 लाख करोड़ की लागत से दिल्ली और मुंबई के बीच एक इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने की योजना बना रहा है। मंत्रालय के मुताबिक इन राजमार्गों पर ट्रॉली-बस और ट्रॉली ट्रक चल सकेंगे। ट्रॉली बसें इलेक्ट्रिक बसें हैं, जो ओवरहेड तारों द्वारा संचालित होती हैं। वहीं, इलेक्ट्रिक हाईवे एक सड़क है जो उस पर यात्रा करने वाले वाहनों को बिजली प्रदान करेगी, जिसमें ओवरहेड पावर लाइन भी शामिल है।