Indore : दिल्ली से मुंबई के लिए एक्सप्रेस-वे का निर्माण जारी है। एक लाख करोड़ की लागत से बनने वाला 1380 लम्बा राजमार्ग देश के 6 राज्यों से गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे का 240 किमी हिस्सा मध्य प्रदेश से गुजरेगा। अनुमान है कि इस साल नवंबर तक मध्य प्रदेश वाला हिस्सा चालू हो सकता है। NHI (National highway authority of india) के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे बनने से दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में पहुंचा जाना संभव होगा। माना जा रहा है कि दिसंबर 2023 तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
मध्यप्रदेश में इस एक्सप्रेस वे का प्रवेश द्वार जावरा के पास भूतेड़ा से होगा। यहां से 5 घंटे में मुंबई तो करीब 6 घंटे में दिल्ली पहुंचना संभव होगा। धामनोद, रावटी, जावरा, नामली, मंदसौर में भानपुरा, गरोठ, सीतामऊ और झाबुआ में थांदला के पास इंटरसेक्शन बनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश के अलावा दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से यह एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस रूट पर की स्पीड पर गाड़ी चलाकर ट्रेस ड्राइव कर चुके हैं।
मध्य प्रदेश में 240 किमी
MP में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का 85% हिस्सा बनकर तैयार है। जावरा से गुजरने वाले इस एक्सप्रेस-वे की टोटल लंबाई 1380 किलोमीटर है। इसका 240 किलोमीटर हिस्से में से इस रूट का 200 किमी का रास्ता तैयार हो गया। नवंबर 2022 तक बचा हुआ हिस्सा भी बन जाएगा। रतलाम जिले से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे का 90 किलोमीटर का हिस्सा गुजर रहा है।
इस मार्ग का एक बड़ा हिस्सा मंदसौर, रतलाम और झाबुआ जिले से गुजरेगा। 8437.11 करोड़ की लागत से इसका निर्माण किया जा रहा है। रतलाम में 70 किमी हिस्सा बनकर तैयार हो गया। इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद महीने भर तक टेस्ट ड्राइव होगा। इसके बाद यहां टोल नाका बनाया जाएगा फिर यात्रियों को आने-जाने के लिए टैक्स देना होगा।
मार्ग के एंट्री पॉइंट पर टोल सेंटर बन गए हैं, लेकिन फिलहाल अभी तक टोल को लेकर NHI ने कोई जानकारी नहीं दी।
एक्सप्रेस-वे पर रतलाम में धामनोद, रावटी, जावरा, नामली, मंदसौर में भानपुरा, गरोठ, सीतामऊ और झाबुआ में थांदला के पास इंटर-सेक्शन बनाया जा रहा है। यहीं से लोग यहां पर जा सकेंगे और उतरकर अपने जिले में प्रवेश कर सकेंगे। हर इंटर-सेक्शन के दोनों तरफ टोल नाके बनाए जाएंगे।
मुंबई-दिल्ली का सफर आधे समय में
इस एक्सप्रेस-वे के बनने से दिल्ली से मुंबई तक जाने का सफर करीब आधा हो जाएगा। पहले दिल्ली से मुंबई जाने के लिए 24 घंटे लगते थे। अब इस एक्सप्रेस-वे से सफर करने वाला यात्री 12 घंटे में अपनी मंजिल कर पहुंच सकता है।
रतलाम से दिल्ली और मुंबई पहुंचने के लिए 6 से 7 घंटे ही लगेंगे। अभी रतलाम से मुंबई का सफर करीब 12 घंटे और दिल्ली का लगभग 14 घंटे का है। मध्य प्रदेश में इसका काम तेजी से जारी है। पुल-पुलियों का निर्माण किया जा रहा है। नवंबर तक मध्य प्रदेश के हिस्से का काम पूरा हो सकता है।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे बनने से वाहन चालकों को काफी फायदा हो सकता है। अनुमान के मुताबिक एक्सप्रेस-वे पर सफर करने से सालाना 32 करोड़ लीटर से ज्यादा के ईंधन की बचत हो सकेगी। इससे कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी। लोगों के साथ यह एक्सप्रेस-वे पर्यावरण के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।