Delivery on The Road : समय पर एम्बुलेंस नहीं पहुंची, गर्भवती का सड़क पर प्रसव
BMO ने कहा कि गांव में सड़क नहीं होने से एम्बुलेंस को दिक्कत
रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट
Ratlam : जिले के सैलाना विधानसभा क्षेत्र की बरड़ा पंचायत के बयोटेक में एक गर्भवती महिला के परिजनों ने प्रसव का समय होने पर एंबुलेंस बुलाई। घंटों इंतजार करने पर भी एम्बुलेंस नहीं पहुंची तो थक हारकर महिला के परिजनों ने उसे मोटरसाइकिल पर स्वास्थ्य केंद्र लाने की जहमत उठाई। लेकिन, शिवगढ़ पहुंचने से पहले ही महिला की प्रसव पीड़ा तेज हो गई और महिला ने सड़क पर ही एक बच्ची को जन्म दे दिया। एंबुलेंस के न पहुंचे और रास्ते में ही बच्ची के जन्म की सूचना जब सैलाना ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर जितेंद्र रैकवार तक पहुंची तो वह एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंचे,उन्होंने महिला और नवजात बच्ची को सैलाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने बच्ची और उसकी मां के बारे में बताया कि दोनों ठीक है। सवाल उठता है कि इन बदहाल व्यवस्था पर कब लगाम लगेगी। ग्रामीण ब्लाक में एक-एक डॉक्टर और कर्मचारी पदस्थ रहने के बाद भी इस तरह की कठिनाइयों से ग्रामीणों का रुबरु होना,बड़ा ही दुखद और शर्मसार करने वाला हैं।
गनीमत रही कि जच्चा और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं और कोई अनहोनी नहीं हुई। अनहोनी होने पर परेशान कौन होता और आफत किसके पाले में होती! अधिकारी और जवाबदार तो अपनी दो टुक बात रखकर बच जाते। यह गांव जयस के नेता केशुराम निनामा का पैतृक गांव है। निनामा इस बार जिला पंचायत में उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने भी इस मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। बरडा पंचायत के बयोटेक गांव में रहने वाले देवीलाल की पत्नी को रविवार सुबह 9 बजे के करीब प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने 108 नंबर पर फोन कर एम्बुलेंस को सूचना दी। लेकिन, घंटों इंतजार के बाद भी जब एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। परिजनों ने गर्भवती संगीता को मोटरसाइकिल पर बैठाकर शिवगढ़ के लिए रवाना हुए। जहां पहुंचने से पहले ही महिला की प्रसव पीड़ा तेज हो गई और रास्ते में ही संगीता ने बच्ची को जन्म दिया। एक घंटे से अधिक समय तक प्रसूता और शिशु रास्ते में सड़क किनारे पड़े रहे।
बीएमओ ने झाड़ा पल्ला
इस मामले में बीएमओ डॉ जितेंद्र ने पल्ला झाड़ लिया कि गांव में सड़क नहीं होने से वहां एम्बुलेंस ले जाने में समस्या आती है। गांव में मोबाइल नेटवर्क की समस्या शुरू से है, जिससे परिजनों से संपर्क करने में काफी समस्या हुई।
क्या कहते हैं सीएमओ
सीएमओ डॉ प्रभाकर ननावरे ने मामले में बताया कि महिला व बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी लेकर जरूरी निर्देश दिए गए हैं। यह 108 एंबुलेंस का मामला है, जिसे गंभीरता से दिखाया जा रहा है। अगर कोई दोषी है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।