Demand for CBI Investigation: पिता-पुत्र की मौत मामले में बावीसा ब्राह्मण समाज ने गृह मंत्री के नाम एवं अन्य उच्च अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन,मजिस्ट्रियल और CBI जांच के साथ पीड़ित परिवार को एक करोड देने की मांग
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
धार। धार जिले में धामनोद के मेहगांव में अजय दुबे और उनके पुत्र शशांक दुबे को प्रताडित कर आत्महत्या के लिए उकसाने के विरोध में अखिल भारतीय बावीसा ब्राह्मण समाज के केन्द्रीय संगठन ने गृह मंत्री के नाम एवं अन्य उच्च अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर प्रकरण की निष्पक्ष और मजिस्ट्रियल और सीबीआई जांच की मांग की है। ज्ञापन की प्रति डीजीपी मध्य प्रदेश के साथ ही IG, कलेक्टर और SP को भी दी गई है।ग्राम मेहगांव की दर्दनाक घटना के विरोध में सभी समाजजन एक साथ है।इस मामले में बावीसा ब्राह्मण समाज द्वारा प्रदेश के अनेक स्थानों पर ज्ञापन देकर विरोध और आक्रोश प्रकट किया जा रहा है.
संगठन के अध्यक्ष नरेंद्र व्यास और महामंत्री पंडित मनोज व्यास ने बताया कि थाना धामनोद पर पदस्थ उप-निरीक्षक नरबत सिंह ठाकुर और थाना धामनोद प्रभारी अमित कुशवाह सहित समस्त स्टाफ के द्वारा पंडित अजय दुबे व उनके पुत्र पं. शशांक दुबे को थाना धामनोद पर एक झूठी शिकायत के आधार पर दिनांक 16 अगस्त से 19 अगस्त 2024 तक प्रतिदिन बुलाकर, प्रताड़ित कर मारपीट कर झूठे व मनगंढ़त आरोप लगाकर बलात्कार व छेड़छाड़ के आरोप मे फंसाने की धमकी देकर आरोपी थाने पर उपस्थित पुलिस के द्वारा मारपीट तथा गंदी-गंदी गालियां देकर अपमानित किया गया। आरोप लगाया गया कि इसमें पुलिस थाना धामनोद द्वारा भी आरोपीगण का पूर्ण सहयोग कर साथ दिया गया।
ज्ञापन मैं कहा गया है कि पं. अजय दुबे व पुत्र शशांक दुबे पर आरोपी दस लाख रूपए नगदी एवं थाना धामनोद को पुलिस हेतु पांच लाख रू नगदी लाकर देने का कहा। पं. अजय दुबे एवं उनके पुत्र शशांक को बेरहमी से मारपीट कर भगा दिया गया और कहा पैसे लेकर ही आना। इसी दबाव व प्रताड़ना के चलते समाज का यह निर्धन परिवार भयभीत होकर मानसिक तनाव से ग्रस्त हो गया एवं उस दिन के बाद दोनो पिता-पुत्र घर नही पहुंचे। इनके अलावा परिवार में कोई भी जीविकोपार्जन का सदस्य भी नही रहा है । इसके पश्चात दोनो के घर नही लौटने पर उनके परिवारजन उनके भाई ललित दुबे एवं अन्य उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने पर थाने पर गये तो वहां से भी उन्हें उक्त एसआई नरबतसिंह ठाकुर एवं टीआई अमित कुशवाह द्वारा अपमानित कर भगा दिया गया।
पीड़ित ब्राह्मण परिवार द्वारा लगातार दिनांक 16 अगस्त से 26 अगस्त तक थाना धामनोद से मदद की गुहार लगाई जा रही थी । परंतु थाना धामनोद द्वारा कोई भी कार्यवाही नही करते हुए पीड़ित परिवार को थाने से भगाया जाता रहा एवं गुमशुदा पिता-पुत्र की तलाश के लिये कोई कार्यवाही नही की गई । ज्ञापन में बताया गया है कि आरोपियों की प्रताडना से तंग आकर पिता-पुत्र ने आत्महत्या कर ली।
अखिल भारतीय बावीसा ब्राह्मण समाज के केन्द्रीय संगठन ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई और पीड़ित निर्धन ब्राह्मण परिवार में कोई भी आय का साधन नही होने से उन्हें एक करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ पूरे मामले की मजिस्ट्रियल, सीबीआई जांच करने की मांग की है। मांग की गई है कि इस मामले में दोषियों के साथ धामनोद के थाना प्रभारी एवं पुलिसकर्मियों एवं निष्पक्ष जांच में पाये जाने वाले समस्त दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही कर सजा दिलाई जाई।
SP धार पीड़ित परिवार के घर मिलने गए-
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